2014 के मुकाबले 2019 में कितनी हो गई प्रधानमंत्री मोदी की संपत्ति जानिए

वाराणसी- प्रधानमंत्री नरेंद्र ने वाराणसी से नामांकन भर दिया है. इसी के साथ ही उन्होंने अपनी संपत्तियों और कर्ज का भी ब्योरा चुनाव आयोग को दिया है. शुक्रवार को दायर हलफनामे के मुताबिक इस वक्त उनकी कुल चल संपत्ति 1 करोड़ 41 लाख 36 हजार 119 रुपये हैं. जबकि अचल संपत्ति के रूप में पीएम नरेंद्र मोदी के पास गुजरात के गांधीनगर में 1 करोड़ 10 लाख रुपये की जमीन है. इस तरह पीएम मोदी की कुल चल अचल संपत्ति 2 करोड़ 51 लाख 36 हजार 119 रुपये है. 2014 में नरेंद्र मोदी ने आयकर विभाग को अपनी आय 9 लाख 69 हजार 711 रुपये बताई थी, पांच साल बाद 2019 में उन्होंने अपनी आय 19 लाख 92 हजार 520 रुपये बताई है.

2014 में नरेंद्र मोदी के पास नगदी 29 हजार रुपये थी. 31 मार्च 2019 को खत्म हुए वित्त वर्ष को पीएम नरेंद्र मोदी के पास 38 हजार 750 रुपये नगदी है.

2014 में नरेंद्र मोदी के पास 44,23,383 रुपये फिक्स डिपोजिट के तौर पर थे. हलफनामे के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी के पास कुल 1 करोड़ 27 लाख 81 हजार 874 रुपये का फिक्स डिपोजिट है. गांधीनगर में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में पीएम के खाते में मात्र 4 हजार 143 रुपये जमा है.

2014 में नरेंद्र मोदी के पास एल एंड टी इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड (टैक्स सेविंग) डिपॉजिट 20 हजार रुपये थी. आज भी ये रकम 20 हजार रुपये ही है.

2014 में नरेंद्र मोदी के पास गोल्ड ज्वैलरी 1 लाख 35 हजार रुपये की थी. मौजूदा वक्त में पीएम के पास सोने की चार अंगूठियां हैं. इनका वजन 45 ग्राम है. 31 मार्च 2019 को इनकी कीमत 1 लाख 13 हजार 800 रुपये थी.

शुक्रवार को दायर हलफनामे के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में 7 लाख 61 हजार 466 रुपये जमा कराया है. इसके अलावा उनके पास 1 का 90 हजार 347 रुपये का जीवन बीमा भी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आयकर विभाग और एसबीआई से 85 हजार 145 रुपये लेने हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पीएमओ से भी एक लाख 40 हजार रुपये लेने हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हलफनामे में बताया है कि उनके नाम पर कोई भी दुपहिया, चौपहिया वाहन नहीं है. प्रधानमंत्री ने अपनी कमाई का जरिया सरकार से मिली तनख्वाह और बैंकों से मिलने वाले सूद को बताया है. इसके अलावा उनके पास कमाई का कोई साधन नहीं है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने नामांकन पत्र में पत्नी के रूप मे जशोदाबेन का नाम लिखा है लेकिन पत्नी की आय समेत किसी भी बारे जानकारी होने से इनकार किया है

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