बरेली। एनसीसी की संग्राम 1857 साइक्लोथॉन रैली का कमिशनरी स्थित शहीद स्तम्भ पर मंडल आयुक्त सौम्या अग्रवाल व मुख्य अतिथि सेना के अधिकारी डीजी मिश्रा और सेना के कई अधिकारियों ने गर्म जोशी से स्वागत किया। रैली की अगुआई कर रहे ब्रिगेडियर नरेंद्र चिराग ने कहा कि साइक्लोथॉन का मकसद 1857 के संग्राम के बारे में आज की युवा पीढ़ी को अवगत कराना है। उन्होंने कहा कि हम अपनी आजादी को गम्भीरता से नहीं ले रहे हैं। देश को मजबूत रखने के लिए हम सब को एकजुट रहना पड़ेगा। हमारा देश एक ऐसे दौर से गुजर रहा है, जिसमें हम खंडित होते चले जा रहे है। पहली जनवरी को मेरठ से चली साइक्लोथॉन रैली मुरादाबाद होते हुए गुरुवार की सुबह बरेली पहुंची। टीम मे शामिल एनसीसी कैडेट का देशभक्ति के गीतों के साथ पहले झुमका तिराहे पर स्वागत किया गया। इसके बाद रैली कमिश्नरी पहुंची। कमिश्नरी में ऐतिहासिक बरगद के पेड़ के नीचे कार्यक्रम आयोजित हुआ। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौरान इसी वट वृक्ष पर 257 क्रांतिकारियों को फांसी दी गई थी। रैली रात्रि विश्राम के बाद बरेली से शाहजहांपुर के लिए रवाना होगी। यह उत्तर प्रदेश के उन सभी जिलों से गुजरेगी जहां 1857 की क्रांति के दौरान बड़ी घटनाएं हुई थी। मेरठ से शुरू होकर मुरादाबाद, बरेली होते हुए हरदोई, लखनऊ, सुल्तानपुर, जौनपुर, बनारस, प्रयागराज, फतेहपुर, कानपुर, उरई, झांसी, ग्वालियर, आगरा, मथुरा, दिल्ली मे समापन होगा। लोगों को उस क्रांति की याद दिलाएगी। जिसने अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए थे। इस साइक्लोथॉन मे एनसीसी के कैडिट शामिल है जो 2000 किलोमीटर यात्रा करेंगे। 17 दिवसीय यात्रा के अंत में इस दल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एनसीसी की पीएम रैली के दौरान फ्लैग इन करेंगे। रात्रि विश्राम के बाद शुक्रवार को रैली शाहजहांपुर रवाना होगी।।
बरेली से कपिल यादव