कानपुर – स्मार्ट सिटी योजना में जनता की शिकायतों के सौ फीसद निस्तारण के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया जाए। यह बात आइबीएन कंपनी के वेस्टइंडीज, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया से आए विशेषज्ञों ने शहर में घूमकर जनता से शिकायतों के निस्तारण को लेकर ली गयी राय के बारे में जलकल व जल निगम के अफसरों को जानकारी दी। सरकारी विभागों द्वारा जनता की कितनी शिकातयों का निस्तारण होता है इसका फीडबैंक लिया। रिपोर्ट को शासन को भेजा जाएगा।
जलकल मुख्यालय बेनाझाबर में हुई बैठक में रयुबेन, सेंटियागो, फारफलिनी, स्टीफेन स्ट्रेबेल और तमारा हैरिस ने जलकल के महाप्रबंधक आरपी सिंह सलूजा और जल निगम महाप्रबंधक आरके अग्रवाल के साथ शहर में चल रहे कामों व गंगा की सफाई के बारे में जानकारी ली।
जनता खोदाई से परेशान
प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि जनता खोदाई से खफा है। समय पर खोदाई नहीं होती है और सड़क बन जाने के बाद फिर से खोद दी जाती है। इससे दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। एक बार में ही सड़क खोदी जाए व जनता की समस्याओं का निस्तारण किया जाए। स्मार्ट सिटी में जनता की आने वाली समस्याओं का निस्तारण किया जाए।
संसाधन की आ रही कमी
जलकल महाप्रबंधक आरपी सिंह सलूजा और जल निगम महाप्रबंधक आरके अग्रवाल ने कहा कि शिकायतों के निस्तारण के लिए पोर्टल बना है। कंट्रोल रूम भी है। संसाधन की कमी के चलते देर से शिकायतों का निस्तारण हो पाता है। उनकी रिपोर्ट को शासन को भेज दिया जाएगा।
रिपोर्ट- हिमांशु सचान के साथ आकाश रावत