रोहतक/ हरियाणा-महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) स्री प्रशासनिक कार्य प्रणाली, परीक्षा प्रणाली, विद्यार्थी कल्याण गतिविधियों समेत विश्वविद्यालय के विभिन्न पहलुओं की जानकारी स्टूडेंट इंडक्शन प्रोग्राम के दूसरे दिन विद्यार्थियों को प्रदान की गई।
एमडीयू के रजिस्ट्रार प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने विश्वविद्यालय की कार्य प्रणाली तथा विश्वविद्यालय के विभिन्न कार्यालयों के कामकाज की विस्तृत जानकारी दी। रजिस्ट्रार प्रो. तनेजा ने विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से विद्यार्थियों को यथासंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डा. बीएस सिन्धु ने विश्वविद्यालय की परीक्षा प्रणाली की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने परीक्षा व्यवस्था की विशिष्टताओं को सांझा किया। एमडीयू के प्रॉक्टर प्रो. एससी मलिक ने कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के अनुशासन संबंधित नियमों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में किसी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रॉक्टर प्रो. मलिक ने विद्यार्थियों को अच्छे नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया।
दोपहर कालीन सत्र में विशिष्ट अतिथि पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के प्रबंधन के प्रोफेसर तथा इमसॉर के 1982-84 बैच के पूर्व छात्र डा. बीबी गोयल ने कहा कि जीवन में विद्यार्थियों के लिए प्लानिंग तथा टाइम मैनजमेंट महत्त्वपूर्ण है। जरूरी है कि विद्यार्थी जीवन पर्यंत सीखने की भावना रखें।
एमडीयू के डीन, स्टूडेंट वेल्फेयर प्रो. राजकुमार ने कार्यक्रम में छात्र एवं युवा कल्याण गतिविधियों तथा विश्वविद्यालय में छात्र कल्याण हेतु निर्धारित कार्यक्रमों तथा स्कीमों बारे बताया। कार्यक्रम का संचालन निदेशक युवा कल्याण डा. जगबीर राठी ने किया।
विधि विभाग की प्राध्यापिका डा. कविता ढुल ने लैंगिक संवेदीकरण के मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने विवि में यौन उत्पीडऩे तथा महिला के खिलाफ हिंसा के रोकथाम संबंधित प्रावधानों तथा नियमों की जानकारी दी। आज इंडक्शन प्रोग्राम में विद्यार्थियों के लिए नृत्य- सोलो तथा ड्यूट, देशशक्ति थीम आधारित काव्य पाठ तथा पोस्टर मेकिंग, मेहंदी एवं रंगोली प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई। विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक कार्यक्रम में भाग लिया।
स्टूडेंट इंडक्शन प्रोग्राम:महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय परिसर में किसी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं
