*दुर्घटना होने के गोल्डन ऑवर में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए– लोकेश एम.
सहारनपुर – मंडलायुक्त श्री लोकेश एम. ने कहा कि स्कूलों के बच्चों को लाने ले जाने वाले बस और आॅटो रिक्शा की स्कूल के बाहर जांच की जाए। उन्होंने कहा कि इन वाहनों की पूरी डिटेल के साथ ही चालक के सम्बन्ध में भी सम्पूर्ण जानकारी एकत्रित की जाए। उन्होंने कहा कि स्कूली वाहन मानकों के अनुरूप फिट न पाये जाने पर नियमानुसार कार्यवाही की जाए। उन्होंने दिल्ली रोड को फोरलेन बनाने का प्रपोजल जल्द से जल्द भेजा जाए। उन्होंने कहा कि सरकारी गाड़ी के ड्राइवर भी अगर सीट बेल्ट नहीं लगाते हैं तो उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाए। नियम सबके लिए समान है । उन्होंने अधिकारियों को ये भी निर्देश दिये कि ओवर स्पीड, ओवर लोडिंग, नशे में वाहन चलाना, बिना हेलमेट व सीट बेल्ट, बिना थर्ड पार्टी बीमा के वाहन चलाने वालों के विरूद्ध प्रवर्तन की कार्यवाही में तेजी लाई जाये। ढ़ाबों पर अवैध पार्किंग को रोका जाए। उन्होने तीनों जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिये कि दुर्घटना होेने पर गोल्डन ऑवर में ही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें।
श्री लोकेश एम. आज यहां सर्किट हाऊस सभागार में मण्डलीय सडक सुरक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि डार्क जोन में दिशा सूचक लगवायें। साथ ही एक्सीडेंट जोन में भी रात्रि में चमकने वाले दिशा सूचक लगवाये जाए। जिससे वाहन चालक सतर्कता बरत सकें। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सार्थक प्रयास किये जाए। दुर्घटनाओं के सम्बन्ध में परिवहन विभाग के अधिकारी थानों से एक्सीडेंट की रिपोर्ट लेकर मौके पर जाकर उसके कारणों का पता लगाया जाए। जिस रोड पर एक्सीडेंट अधिक हो रहे हैं उसके कारणों का पता लगाकर सुधार के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए। रोड से संबंधित जो भी निर्माण कार्य किए जाएं पब्लिक की समस्याओं को ध्यान में रखकर किया जाए। पब्लिक को अनावश्यक रूप से परेशान न किया जाए। रोड पर बने हॉस्पिटल पेट्रोल पंप स्कूल आदि के साइन बोर्ड लगाए जाएं। शहर के अंदर रिफ्लेक्टर भी लगवाया जाना सुनिश्चित करें।
मण्डलायुक्त ने पुलिस अधीक्षक यातायात को निर्देश दिए कि ट्रैफिक स्थलों का चिन्हीकरण कर ब्लैक स्पॉट के नजदीक एंबुलेंस की व्यवस्था रखी जाए। उन्होंने कहा कि ओवर स्पीडिंग को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाए। उन्होने नगर निगम तथा पंचायती राज विभाग को निर्देश दिये कि सडकों पर घूम रहे आवारा पशुओं को उनके निर्धारित स्थान तक पंहुचाने का कार्य किया जाये। उन्होने कहा कि जो अनाधिकृत डिवाइडर कट है उन्हे भी बन्द किया जाये। उन्होने कहा कि मण्डल में परिवहन विभाग, पुलिस विभाग एवं लोक निर्माण विभाग द्वारा ब्लैक स्पाॅटस चिन्हित कर सुधारात्मक कार्यवाही की जाये। उन्होने कहा कि सड़कों के किनारे आवासीय स्थानों पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये। साथ ही आवासीय स्थानों पर ऐसे वाहन चालकों के विरूद्ध भी कार्यवाही की जाये जिनके वाहनों में अधिक आवाज करने वाले हाॅर्न का प्रयोग किया जा रहा है।
श्री लोकेश एम0 नले अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को निर्देश दिए कि ट्रॉमा सेंटर में आने वाले एक्सीडेंटल केस का अध्ययन कर बताया जाए की कितने केस डेथ हुए कितनों को रेफर किया गया और कितनों का इलाज किया गया। उन्होंने कहा कि दुर्घटना होेने पर गोल्डन आॅवर में ही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जाने की समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिए कि थाना भवन क्षेत्र में सड़क पर जलभराव के चलते दुर्घटना का खतरा बना रहता है। ऐसे में जल निकासी की समुचित व्यवस्था की जाए।
बैठक में सहारनपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री आशीष कुमार, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ अर्चना द्विवेदी, एसपी ट्रैफिक फ्री प्रेमचंद, संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन श्री देवमणि भारतीय, संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन श्री राधे श्याम, एआरटीओ श्री आरपी मिश्रा, मुजफ्फरनगर विनीत मिश्रा, पीडब्ल्यूडी एनएचएआई, मण्डल एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ ट्रांसपोर्ट यूनियन के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
– सहारनपुर से सुनील चौधरी