बरेली। लॉकडाउन की वजह से काम – धंधे बंद पड़े हुए हैं। इसका सीधा असर रोजगार पर पड़ा है। लोगों के हाथों से काम छिन गया है। इन परिस्थितियों में तमाम लोगों के लिए रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करना भी मुश्किल हो रहा है। उस पर तीन माह की बच्चों की स्कूल फीस जमा करना लोगों के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। ऐसे में शहर की सिविल सोसायटी ने फीस माफी को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपा है। पत्र में संयोजक राजनारायण गुप्ता ने कहा कि शहर के अधिकतर स्कूल अभिभावकों से कई वर्षों से बीस हजार से अधिक फीस वसूल रहे हैं। 2015 से अब तक जितने स्कूलों ने बीस हजार से अधिक फीस वसूली है उनकी जांच करवाकर उस फीस को इस सत्र की फीस में समायोजित कराया जाए। इससे अभिभावकों को सीधी राहत प्राप्त होगी। सिविल सोसायटी के प्रेम शर्मा ने कहा कि शुल्क समिति के आदेशों का पालन कराया जाए। शिवकुमार पाठक ने कहा कि स्कूल के खातों की जांच कर उसे सार्वजनिक किया जाए। महेश चंद्र शर्मा ने कहा कि आज दो साल बीत जाने और समिति के निर्देशों के बावजूद किसी भी स्कूल ने अपनी वेबसाइट पर छात्र संख्या, फीस का ब्योरा, स्टाफ संख्या व सैलरी ब्योरा अपलोड नहीं किया है। पंडित हरिओम गौतम ने कहा कि आर्थिक परेशानियों को देखते हुए इस मुद्दे का शीघ्र समाधान किया जाए। इसके साथ ही स्कूल प्रबंधको को फीस माफ कर अभिभावकों को बड़ी राहत देने का काम करना चाहिए।।
बरेली से कपिल यादव