गाजीपुर- योगी सरकार भले ही धान व गेहूं के सरकारी खरीद पर लंबे-लंबे दावे ठोक रही है लेकिन जमीनी हकीकत में इसका नजारा कुछ और ही है। नंदगंज थाना क्षेत्र के फ्रेन्चाईजी क्रय केंद्र युवजन बहुदेशी कल्याण सहकारी समिति सहेड़ी ने धान और गेहूं खरीदने में धांधली करके करोड़ों रुपयों का वारा-न्यारा किया गया है। इस घटना की रिपोर्ट नंदगंज थाने में दर्ज करा दी गयी। इस संदर्भ में जिला खाद्य विपणन अधिकारी रतन शुक्ला ने बताया कि कथित समिति के द्वारा किसानों से धान और गेहूं खरीदने में नियमों को ताख पर रखकर काफी घालमेल किया गया है। जिस किसान का खेत का जोत क्षेत्रफल कागज में ज्यादा दिखाकर सैकड़ों कुंतल गेहूं और धान खरीद कर उसे खाते में भुगतान भी कर दिया गया है। जांच के दौरान जब भौतिक सत्यापन के लिए किसानों से बातचीत किया गया तो लगभग 30 किसानों ने इस क्रय केंद्र को धान और गेहूं बेचने की घटना से साफ-साफ इंकार कर दिया और खेत की जोत का क्षेत्रफल भी कागज में दर्शाये क्षेत्रफल से काफी कम था। किसानों की बात पर दूसरे क्रय केंद्रों से संपर्क किया गया तो पता चला कि तीसों किसान दूसरे क्रय केंद्र को गेहूं और धान बेचे है और उनका भुगतान भी खाते में कर दिया गया है। डिप्टी आरएमओ ने बताया कि अभी जांच प्रारंभिक स्थिति में है पूरी जांच होने पर चौकाने वाले परिणाम आ सकते हैं। उन्होने बताया कि समिति के प्रबंधक दिनेश शर्मा के खिलाफ नंदगंज थाने में अपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज करा लिया गया है। एसओ नंदगंज ने बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज हो गयी है। विवेचना के दौरान स्थिति स्पष्ट हो जायेगी कि कितने का घोटाला हुआ है और कौन-कौन लोग शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार इस करोड़ों के घोटाले के पीछे जिले की सबसे बड़ी एग्रो कंपनी का हाथ है। अब देखना यह है कि पुलिसिया जांच में करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला सुविधा शुल्क से दब जायेगा या भ्रष्टाचारी जेल में जायेंगे।
– गाजीपुर से प्रदीप दुबे की रिपोर्ट