सरकार के गढ्ढा मुक्त दावे की पोल खोल रही सड़क

कुशीनगर- जनपद मुख्यालय से लगभग सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित पडरौना, जनपद का मुख्य व्यवसायिक शहर है। दर्जनों स्कूलों, कालेजों एवं रेलमार्ग से जुड़े होने के कारण भी यहां वाहनों तथा लोगों का आवागमन निरन्तर बना रहता है किन्तु यहां की सड़कों का हाल देखने लायक है।
लगभग एक महीने बाद बरसात शुरू होने को है किन्तु कल हुई हल्की बारिश ने ही सरकार के गढ्ढा मुक्त सड़कों के दावों की पोल खोल दी। पडरौना के बेलवाचुंगी से अम्बे चौक तक की स्थिति तो एक बानगी मात्र है ऐसी कई सड़कें हैं जिन्हें एक बार मे दिखाया नही जा सकता किन्तु कमोबेश सबकी स्थिति लगभग समान है।नगर के इस मार्ग पर सब्जी मण्डी होने के कारण बार बार जाम लगना तो लगा ही रहता है।उपर से इस बारिश ने स्थिति ऐसी बना दी है कि दोपहिया वाहनों से चलने वाले तो चोटिल हो ही रहे हैं पैदल चलने वाले भी अपने आप को सुरक्षित नही महशूस कर रहे क्योंकि कब कोई वाहन आ जाए और उन पर कीचड़ उड़ेल कर चला जाए।यह सड़क रेलवे स्टेशन से खिरीकिया होते हुए बिहार को भी जोड़ती है जिससे इस मार्ग पर आवागमन भी अधिक रहता है।बावजूद इसके सरकार प्रदेश की सड़कों के गढ्ढामुक्त होने के दावे कर रही है किन्तु वास्तविकता को प्रदर्शित करती यह सड़क सरकार के दावे की पोल खोलने के लिए काफी है।
– कुशीनगर से जटाशंकर प्रजापति की रिपोर्ट

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