सहारनपुर/गागलहेड़ी- खबर चलाने वाले कम से कम तस्दीक करने के बाद ही खबर चलाकर अपने जागरूक नागरिक होने का परिचय दे। जिससे समाज को सच पता चल सके।
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस द्वारा मुख़बिर की सूचना पर थाने में बुलाए गए समाज को जागरूक करने वाले इस युवक के ख़िलाफ़ पिछले कई दिनों से नशीला पदार्थ बेचने की सूचना मिल रही थी जिसके आधार पर पुलिस ने इसे थाने में कार सहित बुलाया व कार की तलाशी भी ली लेकिन कुछ नही मिला पुलिस ने इस युवक को जाने दिया। युवक अपनी कार में अपने भाई के साथ बैठकर थाने से चला गया। पुलिस दोबारा इस पर कार्यवाही करे इसके डर से इसने शुरू किया नाटक, थाने से जाने के बाद युवक को उसके परिजनों ने सरकारी में न लेजाते हुए प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करा दिया। अस्पताल में जाने के बाद कुछ पत्रकारों को बुलाकर इस समाजसेवी व उसके परिजनों ने बताया कि पुलिस उसे झूठे मुकदमे में फ़साना चाहती है। और जिस समाजसेवी पर दर्जनों मुकदमे पहले ही दर्ज हो। उसे भला कौन से मुकदमे में पुलिस फ़साएगी। थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि इस युवक की शिकायतें पिछले काफी समय से मिल रही थी कि गाड़ी के नीचे कोई बॉक्स बनाया हुआ है जिसमे यह नशीला पदार्थ सप्लाई करता है । जिसे लेकर इसे थाने बुलाया था। गाड़ी की तलाशी ली लेकिन उसमें कुछ नही मिला जिसमे हमने इन्हें जाने दिया। थाने के बाहर जाने के बाद इसे क्या हुआ इसकी जानकारी हमे नही पता। थाना प्रभारी ने बताया कि इसका नाम खलील सलमानी है।
हरोडा मुस्तकम निवासी खलील को सन 2007 में थाना सदौरा यमुनानगर में दो वर्ष की सजा कोर्ट ने सुनाई थी धारा 51/2000, 448, 380, 395, 397 में। आईपीसी धारा 365/17 , 307 धारा का मुकदमा कोर्ट में विचाराधीन है। इससे अलग कोर्ट में 4 चेक बाउंस के मुकदमे भी दर्ज है। पटियाला के एक युवक से 6 लाख लेकर ना देने का मामला भी इस पर है। अन्य 15 के करीब लेनदेन की शिकायतें भी थाने में आ चुकी है।
इतने बड़े आपराधिक इतिहास रखने वाले इस युवक को मीडिया में सामाजिक जागरूक नागरिक बताया जाता है।
– सुनील चौधरी ,सहारनपुर