समाचारों की विश्वसनीयता ही होती है पत्रकार की पहचान

पत्रकार द्वारा लिखे गये या दिखाये गये समाचार की विश्वसनीयता ही उसकी पहचान होती है आज डिजिटल मीडिया के दौर मे समाचार को पहले दिखाने की होड़ मे पत्रकार समाचार की विश्वसनीयता पर ध्यान ही नही दे रहे जो पत्रकारिता के लिए चिंतनीय है।पत्रकार का मान- सम्मान भी उसके समाचार से जुड़ा होता है।
आज देश मे तमाम वेव पोर्टल व यूट्यूब चैनल चल रहे है आये दिन इनके समाचारों पर प्रश्नचिन्ह लगते दिखते है जो पत्रकारिता के लिए घातक है।यह बात एक वेवीनार के दौरान पत्रकारों की संस्था जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंड़िया (रजि0) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग सक्सेना ने कही। उन्होने कहा कि पत्रकारिता का पहला नियम है कि कभी भी एकपक्षीय पत्रकारिता न करे पत्रकार को चाहिए कि समाचार लिखने या दिखाने से पूर्व दूसरे पक्ष को भी जाने।इससे समाचार की विश्वसनीयता बनी रहती है और पत्रकार मान-हानि के दावे से भी बचे रहते है।कभी भी पत्रकार एकपक्षीय पत्रकारिता न करे हमेशा दूसरा पक्ष भी रखे।
उन्होने एक प्रश्न के जवाब मे कहा कि आज देश मे पत्रकारों पर बढ़ रहे हमले भी पत्रकारिता के लिए चिंतनीय है और सरकार का इस ओर ध्यान न देना निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता के लिए घातक है अब केवल पत्रकारों की एकजुटता ही उन्हे सुरक्षित कर सकती है इसके लिए यदि किसी पीड़ित पत्रकार की समस्या उनके संज्ञान मे आती है तो पत्रकार साथी प्रमुखता से उसे अपने समाचार पत्र पोर्टल व चैनल मे स्थान दे और अन्य पत्रकार साथियों को भी इसके लिए प्रेरित करे।इससे पीडित पत्रकार की समस्या जल्द ही उच्च अधिकारियों के संज्ञान मे आ जायेगी और उसका निराकरण भी हो जायेगा।आज निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता के लिए पत्रकारों का एकजुट होना आवश्यक है।

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