सतपुली में पर्यटन को बढ़ावा देगा टीआरएच-पर्यटन मन्त्री सतपाल महाराज

*चालीस शैय्या पर्यटक आवास गृह व मल्टिपरपज हाल निर्माण का शिलान्यास

उत्तराखंड/पौड़ी गढ़वाल/सतपुली – विधानसभा चौबट्टाखाल के विकासखंड द्वारीखाल के ग्राम ओडल सतपुली में चालीस शैय्या पर्यटन आवास गृह व मल्टिपरपज हाल निर्माण का शिलान्यास पर्यटन,सिचाई व संस्कृति मंत्री व क्षेत्रीय विधायक सतपाल महाराज द्वारा नींव का पत्थर रखकर किया गया ।
कार्यक्रम की शुरुवात में आर्किटेक्ट के सी कुडियाल द्वारा बाँसुरी में मांगल गीत दैणा हुईया खोली का गणेश की मधुर सुर ने पण्डाल को भक्तिमय कर दिया ।
पर्यटन मन्त्री सतपाल महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि बताया चार करोड़ की लागत से बनने वाले चालीस शैय्याओ का पर्यटन आवास गृह एव विवाह समारोह हेतु मल्टिपरपज हाल का निर्माण उत्तराखंडी शैली में किया जायेगा जिसमे उत्तराखंडी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंडी भोजन को मेन्यू में रखा जायेगा और पर्यटकों को उत्तराखंडी वीर बालाओ की कथाओं व इतिहास से परिचित कराया जायेगा ।
सतपुली पौडी गढ़वाल का केन्द्र बिन्दु है जिससे निश्चित ही पर्यटन को बदवा मिलेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
युवाओं को स्वरोजगार से जोडने के लिए वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना के तहत दीन दयाल योजना के माध्यम से स्टे होम व अन्य योजनाओं के लिए ऋण पर सब्सिडी दी जा रही है जिससे हमारे युवाओ को रोजगार मिलेगा।
साथ ही कहा कि सतपुली में एडवेंचर टूरिज्म के रूप विकसित किया जा रहा है और जल्द ही दीवा का डांडा व भैरवगढी रोपवे को धरातल पर उतारकर पर्यटकों को आकर्षित किया जायेगा ।
भूमिपूजन कार्यक्रम में उपाध्यक्ष गढवाल मण्डल विकास निगम कृष्ण कुमार सिन्घल ,भाजापा जिला अध्यक्ष सम्म्पत सिंह सरल , मण्डल अध्यक्ष बृजमोहन सिंह रावत, ग्राम प्रधान ओडल श्रीमती कुसुम लता , मुख्यमंत्री के बड़े भाई बृजमोहन रावत, वरिष्ठ भाजपा नेता वेद प्रकाश वर्मा, जनसम्पर्क अधिकारी राय सिंह नेगी, उपजिलाधिकारी सतपुली अपर्णा ढोडियाल, तहसीलदार गोपाल कृष्ण कोटनाला, सुधा डोभाल, थानाध्यक्ष सतपुली त्रिभुवन रौतेला सहित बीजेपी कार्यकर्ता व ग्रामीण उपस्थित रहे।

– पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

किसी भी समाचार से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।समाचार का पूर्ण उत्तरदायित्व लेखक का ही होगा। विवाद की स्थिति में न्याय क्षेत्र बरेली होगा।