सड़क नहीं बनी तो गाँव की बहू बेटियों ने खुद उठाया फावड़ा: श्रमदान कर बना डाली सड़क

*वर्षो से विवादित भूमि होने के कारण नही बन पा रही थी सड़क,गाँव की बहू बेटियो ने आपसी विवाद सुलझाकर बना डाली सड़क ग्रामीणों में खुशी की लहर

वाराणसी/जंसा -सूबे में स्वयं सहायता समूह(आजीविका मिशन)उन्नति ग्राम संगठन बेलौडी व क्लस्टर जागृति प्रेरणा संकुल स्तरीय संगठन की बहू बेटिया एक बार फिर सोशल मीडिया पर जबरदस्त सुर्खियों में है।शनिवार को उनका एक सराहनीय कार्य तेजी से वायरल हुआ है,जिसमें समाजसेवी सूचिता सिंह व शशि वर्मा अपने समूह के महिलाओ के साथ खुद फावड़ा उठाकर वर्षो से विवादित भूमि को दोनों पक्षों में आपसी रजामन्दी कराते हुए समहू की सभी महिलाये श्रमदान कर रास्ता बना डाली जिससे ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी और इस महिलाओ द्वारा की गयी सराहनीय कार्य का चर्चा पुरे क्षेत्र में जोरो से चल रही है।प्राप्त जानकारी के अनुसार आराजी लाइन विकास खण्ड के दयापुर(बेलौडी)गाँव में ग्रामीणों को आने जाने के लिए रास्ता नही था लोगो के घर वैवाहिक कार्यक्रम के अलावा ऐसे कई कार्य होते है जिसमे लोगो के दरवाजे तक चार पहिया वाहन तक नही जा पाती थी चार पहिया वाहन तो दूर किसान के घरो तक सगड़ी ठेला तक नही जा पाती थी।ग्राम प्रधान द्वारा काफी प्रयास किया गया लेकिन आबादी की भूमि विवादित होने के कारण वहाँ रास्ता बनाना नामुमकिन था।लेकिन इस पर गम्भीरता व तत्तपरता सूझबूझ का परिचय देते हुए समूह की दर्जनों महिलाए सूचिता सिंह के नेतृत्व में शनिवार को दयापुर गाँव पहुँची और दोनों पक्षों को बैठाकर समझायी बुझायी और आपसी रजामन्दी से ग्राम प्रधान प्रतिनिधि विरेन्द्र पाल व रोजगार सेवक धर्मेन्द्र कुमार के मौजूदगी में समूह की महिलाओ ने फावड़ा लेकर खरपतवार साफ करते हुए वर्षो से विवादित भूमि पर आखिर खडन्जा लगाने में कामयाबी हासिल कर ही ली।विवादित भूमि पर खडन्जा लग जाने से ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।वही ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने समूह के महिलाओ बहू बेटियो को धन्यवाद दिया।इस सराहनीय कार्य में मीरा,गीता,मुन्नी,कविता,सीमा,निशा,दुर्गा,सरोज,बुधना,आशा,बदामा,नीतू,चमेला,सरस्वती,सरिता,लालमणि,रीना सहित दर्जनों महिलाए शामिल रही।

रिपोर्टर-:एस के श्रीवास्तव विकास जंसा

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