बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। प्लाईवुड फैक्ट्री मालिक प्रेमनगर निवासी संजीव गर्ग हत्याकांड मामले में पुलिस जांच में उलझी हुई है। 24 दिन बाद भी जांच पड़ताल में मिले साक्ष्य के अनुसार कड़ियां जोड़ने मे नाकाम साबित हो रही है। जिस कारण पुलिस अभी तक खुलासे से कोसों दूर है। उद्यमियों का पुलिस की कार्यप्रणाली से भरोसा उठता नजर आ रहा है। एडीजी और आईजी से मिलने के बाद भी पुलिस अभी तक किसी भी मुकाम तक नही पहुंच पाई है। हाईप्रोफाइल मामला होने के नाते लखनऊ से की जा रही सीधी मानीटरिंग के चलते पुलिस बिना किसी सबूत के हाथ डालने से कतरा रही है। जिन पर शक हो रहा है उनके साक्ष्य उपलब्ध न हो पाने की वजह से पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। पुलिस ने संजीव गर्ग की गाड़ी में लगी जीपीएस से लोकेशन ट्रेस की थी। कहां और किन किन रूट पर गई थी। सारी बात तफ्तीश में शामिल की गई थी। वही सीसीटीवी फुटेज में गतिविधियों को देखने के बाद भी पुलिस सभी को नजरंदाज कर अनजान महसूस कर रही है। पुलिस का मानना है कि बह अपने हिसाब से काम कर रही है। साक्ष्य जुटाए जा रहे है।।
बरेली से कपिल यादव