शिक्षकों की कमी से अध्यापन कार्य प्रभावित

मध्यप्रदेश/ शाजापुर – स्कूली शिक्षा सत्र 2 अप्रैल से प्रारंभ होकर एक माह स्कूलों का संचालन हुआ। फिर करीब डेढ़ माह अवकाश के बाद 15 जून से फिर प्रवेशोत्सव के साथ स्कूलों में कक्षाओं को संचालन प्रारंभ हो गया। दूसरे चरण के तहत शिक्षा सत्र प्रारंभ हुए एक पखवाड़े से अधिक समय बीत गया है किंतु अब तक स्कूलों में अतिथियों के आने को लेकर कोई सुगबुगाहट नहीं है। इधर, स्कूलों में शिक्षकों की कमी के कारण अध्यापन कार्य प्रभावित हो रहा है। जिले में कई स्कूल ऐसे हैं, जहां सिर्फ एक या दो ही शिक्षक पदस्थ हैं। इन स्कूलों में अध्यापन कार्यअतिथियों के भरोसेही रहता है। किंतु अबतक अतिथियोंके नहीं आनेसे स्कूल संचालन में कई परेशानियों को सामना प्रभारियों को करना पड़ रहा है। शिक्षा विभाग के अनुसार अब तक अतिथियों की भर्ती प्रक्रिया को लेकर कोई दिशा-निर्देश नहीं आए हैं। बताया जा रहा है कि इस बार अतिथियोंकी भर्ती ऑनलाइन होगी।हालांकि फिलहाल इसे लेकर भी दिशा-निर्देश प्राप्त नहीं हुए। फिलहाल जिले में अतिथियों की भर्ती प्रक्रिया को लेकर जिम्मेदारों को भी कोई जानकारी नहीं है। खास बात यह भी है कि जिले में हाईस्कूल और हायर सेकंडरी कक्षाओं में अंग्रेजी और गणित विषय के शिक्षकों की सबसे ज्यादा कमी है। यही विषय विद्यार्थियों को कठिन लगते हैं। कई स्कूलों में इन दोनों विषयों का अध्यापन अतिथियों के भरोसे रहता है, किंतु अब तक अतिथियों के नहीं आने से इन विषयों का अध्यापन सबसे ज्यादा प्रभावितहोरहा है।जानकारोंकाकहना हैकि भर्ती प्रक्रिया संबंधी निर्देश जारी होने के बाद भी अतिथियों के स्कूल आने में काफी दिन लग जाएंगे। इसके चलते स्कूलों में अभी और कई दिन अध्यापन कार्य प्रभावित होना तय है।बहरहालभर्ती प्रक्रिया में हो रही देरी का खामियाजा फिलहाल तो विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है।

गौरव व्यास शाजापुर

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