बड़ागाँव/वाराणासी- एक विवाहिता और उसके ७ वर्षीय बेटे को दहेज लोभी पति ने उसे यातना देकर इतना प्रताड़ित किया की वह मरणासन्न स्थिति में किसी तरह जान बचाकर मायके पहुंची विवाहिता की शारीरिक और मानसिक स्थिति देख उसके पिता ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वाराणसी के यहां पुत्री और नाती को न्याय दिलाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया जिसको गंभीरता से लेते हुए पति के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करने का आदेश बड़ागॉव पुलिस को दिया जिसपर आज स्थानीय पुलिस ने डाबरी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है ।
बड़ागॉव थानाक्षेत्र के सिसवां गांव निवासी सेवा निवृत वैञानिक रमेश प्रताप सिंह के पुत्री की शादी अनीता सिंह की शादी सुल्तानपुर जनपद के बलदीराय थानाक्षेत्र के नरसड़ा गांव निवासी स्व० श्यामनारायण सिंह के पुत्र शैलेंद्र प्रताप के साथ ११ फरवरी २०१० में हुई थी पिता ने पुत्री की शादी में पांच लाख रूपया नगद सहित काफी मात्रा में दान दहेज का सामान दिया था । शादी के बाद पति पत्नी के साथ छत्तीसगढ़ प्रांत के रायपुर में स्थित चित्रकुट परिसर श्री राम चौका कोटा कबीर नगर में रहने लगा इस बीच शादी के एक वर्ष के बाद विवाहिता ने एक पुत्र रत्न को जन्म दिया जो वर्तमान समय में ७ वर्ष का तथा उसका नाम आर्यन है पिछले वर्ष विवाहिता के पिता की सेवा निवृती के बाद पति द्वारा पैसे की मांग करते हुए पत्नि पर दबाव बनाकर यातनाएं देना शुरू कर दिया इतना ही नहीं ११ /४/१८ को वह विवाहिता और उसके बेटे की जान लेने पर उतारू हो गया महिला और बच्चे की चीख पुकार पर आसपास के लोग एकत्रित हो गये और दोनो की जान बचा लिया । पति रूपी दहेज दानव के चंगुल से छुटने के बाद विवाहिता अपने बच्चे के साथ मायके चली आई वहां पिता द्वारा दोनों का उपचार कराने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वाराणसी के यहां न्याय के लिए गुहार लगाया ।
रिपोर्ट-मनीष कुमार मिश्र