शाहजहांपुर- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ भले ही गुंडई एवं अपराधों पर अंकुश लगानें के दावे कर रहे हों लेकिन ज्यादातर उनकी ही पार्टी के नेता बेकाबू नज़र आ रहे हैं जिसका ताज़ा उदाहरण शाहजहांपुर में भाजपा विधायक के बेटे के द्वारा एक व्यक्ति को मामूली बात पर सरेआम सड़कों पर घुमा घुमा कर पीटा और गला दबाकर तालाब के किनारे फेंक दिया जहाँ गुस्साए ग्रामीणों ने जब पुलिस से मदद मांगी तो पुलिस ने उन्हें उल्टा धमका कर भगा दिया इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने पलिया स्टेट हाईवे पर जाम लगा दिया जहाँ आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए हैं फिलहाल भाजपा विधायक का कहना है कि शराब पीने से मना करने के फल स्वरूप राजनीतिक षड्यंत्र बनाकर उनके बेटे के खिलाफ आरोप लगाए जा रहे हैं शाहजहाँपुर के पुवाया विधानसभा क्षेत्र के विधायक चेतराम का आवास थाना सदर बाजार क्षेत्र के चिनौर गांव का है, जहाँ पास के ही गंगासागर ने आरोप लगाया है, कि विधायक के पुत्र नीरज ने उन्हें मामूली विवाद में बुरी तरह पीटा और पिटाई के बाद गला दबाकर तालाब के किनारे फेंक दिया जब इसकी शिकायत लेकर थाना सदर पहुंचा तो वहां से उसे उल्टा लौटा दिया गया गुस्साए ग्रामीणों ने पलिया स्टेट हाईवे जाम कर दिया और विधायक पुत्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे पुलिस के अधिकारी जब मौके पर पहुंचे तो उन्होंने पीड़ित को समझाने का प्रयास किया लेकिन वहां मौजूद लोगों का कहना था कि विधायक पुत्र की गुंडई चरम पर है वह लगातार मारपीट एवं वसूली करता है गुस्साए लोगों ने कहा कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह कलेक्ट्रेट एवं पुलिस ऑफिस पहुंचकर प्रदर्शन करेंगे पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद भीड़ किसी तरह से शांत हुई है। उधर विधायक चेतराम का कहना है कि एक षड्यंत्र के तहत उनके बेटे को फंसाया जा रहा है यह लोग 26 जनवरी को आम रास्ते में बैठकर शराब पी रहे थे जिस पर मना करने पर आग बबूला हो गए और फल स्वरुप उन्होंने झूठे आरोप लगाए हैं यहां प्रश्न यह उठता है कि भले ही आम रास्ते पर बैठकर कोई शराब पी रहा हो तो इसका मतलब यह नहीं कि उसके साथ मारपीट कर उसका गला दबाया जाए पुलिस को सूचना देकर भी इसका हल निकाला जा सकता था ,लेकिन इससे पूर्व विधायक पुत्र के खिलाफ मारपीट एवं गुंडई के आरोप पहले से ही लगते आए हैं अब देखना यह है, कि विधायक पुत्र के खिलाफ पुलिस क्या कार्रवाई करती है।
– अंकित शर्मा,शाहजहांपुर