आज़मगढ़ – विघ्नविनाशक प्रथम पूज्य भगवान गणेश जी का जन्मोत्सव माघी संकश्ठी चौथ गुरुवार को बड़ा गणेश मंदिर रामघाट ( लालडिग्गी बाँध ) शहर आजमगढ़ में धूमधाम से मनाई गयी। वहीं पूरे जनपद में माघ मॉस की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को जनपद में गणेश चतुर्थी का पर्व पूरी श्रद्धा और विशवास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर नगर के लाल डिग्गी बंधे पर स्थित बड़ा गणेश मंदिर में अग्रपूज्य, एकदंत, भालचंद, वक्रतुण्ड, गणपति के दर्शन को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। व्रती महिलाओं ने विघ्न विनाशक देव गणेश की अराधना कर अपने पुत्रों के स्वस्थ व दीर्घायु जीवन की कामना की। दर्शन पूजन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं ने लम्बी लम्बी कतारों में लगकर मंगलमूर्ति के मंगल दर्शन किये। उन्हें दूर्वा, पूष्प, मोदक, लड्डू समर्पित किये और पुत्र की दीर्घायु होने की कामना की।यहाँ सुरक्षा के व्यापक प्रबंध थे। मन्दिर के महंथ राजेश मिश्र ने कहा कि प्रात: 8 बजे से 10 बजे तक भगवान् का भव्य अभिषेक हुआ एवं 10 बजे आरती के उपरान्त दर्शन पूजन का कार्यक्रम शुरू हो कर रात्रि 10:15 बजे जन्मोत्सव आरती व रात 11 बजे शयन उत्सव तक जारी रहा। तैंतीस कोटि देवी देवताओं में श्री गणेश जी का जो महत्त्व दृष्टिगत होता है वह सभी से विलक्षण है। किसी भी देव के अराधना प्रार्थना के आरम्भ में, किसी भी सत्कर्मानुश्थान में, किसी भी उत्कृष्ट से उत्कृष्ट व साधारण से साधारण से लौकिक कार्य में भी भगवान् गणपति का स्मरण, उनका विधिवत अर्चन व वंदन किया जाता है। महंत पं राजेश मिश्रा ने बताया कि तीन सिद्ध पीठ में से एक बड़ा गणेश मंदिर भारत के सर्वाधिक प्राचीन मंदिरों में से एक है।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़