पिंडरा/वाराणसी-पिंडरा तहसील से 10 गांव काटकर सदर तहसील में मिलाए जाने से नाराज वकीलों ने 16 वे दिन मंगलवार को भी धरना प्रदर्शन करने के साथ सभी न्यायालयों व कार्यालयों में तालाबंदी की और मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया।जिसके चलते फरियादी और अधिकारी को पैदल बड़ी मुश्किलन अंदर जा सके।
सुबह साढ़े बजे ही अधिवक्ता पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लेने के साथ मुख्य द्वार पर ताला लगाकर बन्द कर दिया और सभी कर्मचारियों को भी निकाल कर कार्यालयों व न्यायालयों में तालाबंदी कर दी वही दूसरे दिन भी रजिस्ट्री कार्यालय में ताला लगा दिया।
वही मुख्य गेट पर हुए धरने के दौरान वकीलों ने डीएम के ऊपर जानबूझ कर मामलो को उलझाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के एक बड़े नेता के दबाव में उक्त निर्णय लिया गया।जिसके विरोध में हम लोग सड़क पर उतरने में भी परहेज नहीं करेंगे। वकीलों ने कहाकि कटे हुए गांव की अधिसूचना जब तक नहीं जारी होती हम धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे। तहसील बार एसोसिएशन पिंडरा के बैनर तले चल रहे धरना प्रदर्शन को पूर्व विधायक अजय राय और पूर्व जिपं अध्यक्ष अनिल पटेल व जिपं सदस्य संतोष गौतम ने भी ने भी समर्थन देने की घोषणा की।
वही धरना प्रदर्शन कर रहे वकीलों को समझाने पहुचे एसडीएम पिंडरा डॉ एन एन यादव से आधे घंटे तक चली वार्ता के बाद भी सहमति नही बन पाई।
इस दौरान बार अध्यक्ष शिवपूजन सिंह व महामंत्री राजेश पटेल , अशोक पांडेय,पंधारी यादव, सुभाष दुबे,जवाहर वर्मा,श्रीनाथ गौड़,जटाशंकर मिश्र,प्रेमशंकर सिंह,फतेह बहादुर ,शैलेन्द्र सिंह,चन्द्रभान पटेल, संजय सिंह, शम्भूनाथ मिश्र,जगदम्बा मिश्र,बच्चालाल यादव, बीरेंद्र यादव,आनंद मिश्र, राजेश सिंह समेत सैकड़ो अधिवक्ता उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-:संजय गुप्ता फूलपुर