बिहार/मझौलिया- लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर अपनी पुश्तैनी धंधा कच्चा बॉस का सूप डलिया एवं दौउरा निर्माण कार्य में कई महीनों से जुटा रहे हैं महादलित परिवार बताते चले कि लोक आस्था का महापर्व छठ में कच्चा बांस का निर्माण एवं सुप डलिया का मांग बाजारों में काफी होता है हालांकि आधुनिक परिवेश में धातु के बने सुप एवं डलिया की बढ़ती मांग ने इनके कारोबार पर प्रभाव डाल दिया है इससे महादलित परिवार के जीविका पर भी असर हुआ है कारीगरों की मानें तो लोक आस्था के महापर्व को लेकर सावन महीना से ही पूरे परिवार महंगे दामों में कच्चा बॉस खरीदकर सूप डालिया बनाने में लग जाते हैं लगभग 30 वर्षों से यह पुश्तैनी धंधा करते आ रहे हैं छठ पर पर्व में सुप डलिया का काफी मांग रहता है लेकिन आधुनिक युग मे ज्यादातर लोग धातु के सुप एवं डलिया का उपयोग कर रहे हैं जिस वजह से इन्हें मेहनत के अनुसार दाम नहीं मिल रहा है ।
– राजू शर्मा की रिपोर्ट
लोक आस्था का महापर्व पर अपना पुश्तैनी धंधा कांच बॉस का सूप डालिया का निर्माण करते कारीगर
