रोडवेज तालमेल कमेटी ने सरकार पर तानाशाही का लगाया आरोप, बस स्टैंड पर किया विरोध प्रदर्शन
प्रदर्शनकारी बोले, सरकार ने हटाए गए कर्मचारियों को वापिस नौकरी पर नहीं लिया तो होगा बडा आंदोलन
रोहतक/हरियाणा- रोडवेज तालमेल कमेटी के आह्वान पर मंगलवार को सरकार द्वारा लगातार परिवहन विभाग एवं कर्मचारियों के विरूध लिए जा रहे फैसलो के विरोध में रोडवेज कर्मचारियों ने बस स्टैंड पर विरोध प्रदर्शन किया और जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अगर सरकार हटाए गए कर्मचारियों को वापिस नौकरी पर नहीं रखा तो इस बार आरपार की लड़ाई होगी, साथ ही रोडवेज कर्मचारियों के रोष का सामना सरकार को आगामी विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
रोडवेज तालमेल कमेटी के डिपो प्रधान जोगेन्द्र बल्हारा के नेतृत्व में काफी संख्या में रोडवेज कर्मचारी कर्मशाला में एकत्रित हुए और सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए नए बस स्टैंड पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अंबाला, भिवानी, सिरसा तथा जींद डिपो में कर्मचारी नेताओं को बदले की भावना से सस्पेड तथा दूसरी जगह स्थानातंरण किया गया।
उन्होंने बताया कि परिवहन विभाग कर्मचारियों द्वारा विगत में किए गए लम्बा आंदोलन जोकि अपने वेतन व भत्तों के लिए नहीं बल्कि देश की जनता के लिए सुरक्षित परिवहन सेवा को निजी हाथों में जाने से बचाने के लिए किया गया। सरकार रोडवेज कर्मचारियों पर तानाशाही रवैया अपनाएं हुए है, जिसे किसी कीमत पर सहन नहीं करेगा।
जोगेन्द्र बल्हारा ने कहा कि सरकार ने हटाए गए कर्मचारियों को बहाल नहीं किया तो 22 जून को कुरूक्षेत्र में राज्य स्तरीय कन्वैंशन कर आगामी आंदोलन की घोषणा की जाएगी। कर्मचारी नेता सतबीर मुढाल ने कहा कि रोडवेज की एक गाडी पर 1.75 के हिसाब से चालक का नौरम निर्धारित है। आज परिवहन विभाग में चार हजार गाडियां है, जिससे सात हजार चालको की जरूरत है।
इसके साथ राज्य परिवहन के प्रत्येक डिपू में ट्रेनिंग सेंटर में भी चालकों की जरूरत के मध्यनजर 75 सौ चालकों की आवश्यकता है लेकिन आज विभाग में 66 सौ चालक कार्यरत है। इस हिसाब से चालको की भारी कमी होने के बावजूद भी प्रदेश सरकार तीन वर्ष का अनुभव रखने वाले चालको तथा कर्मशाला स्टाफ को बाहर निकाल रही है, जोकि सरकार की तानाशाही रवैये को दर्शाता है, जिसे रोडवेज तालमेल कमेटी किसी कीमत पर सहन नहीं करेगी।
प्रदर्शनकारियों में कृष्ण, दीपक बल्हारा, सुमेश, युद्धवीर दांगी, सुमेर सिवाच, मनीष पोलंगी, सुरेन्द्र, जयकुंवार दहिया, सतबीर मुढांल, हिम्मत राणा, प्रमुख रूप से शामिल रहे।
– हर्षित सैनी,रोहतक