बिलग्राम हरदोई – सूरज देव की बढ़ती जा रही तल्खी ने जनमानस को बेहाल कर डाला है। बच्चों से लेकर महिलाएं और युवकों से लेकर पुरूष कर कोई सूरज देवी की तरेरती आंखो से खुद को बचाव की मुहिम में जुटा नजर आ रहा है। सनबर्न से बचाव के लिए दिन में ज्यादातर लोग छाते का इस्तेमाल कर रहे हैं तों वहीं अन्य शरीर व फेश को पूरी तरह ढककर बचाव की मुहिम चला रहे हैं।
ज्येष्ठ का महीना शुरू होते ही सूर्य देव की तल्खी बढ़ती जा रही है। हालात यह है कि सुबह से ही सूर्य देव की तपिश का दौर शुरू हो जाता है जो शाम ढलने तक बदस्तूर जारी रहता है। दोपहर का हाल तो यह है कि सड़कों पर निकलना दुश्वर होता जा रहा है। सर्वाधिक दिक्कतों का सामना स्कूली बच्चों को करना पड़ रहा है। कारण स्कूलों में छुट्टी का समय भरी दोपहर में होता है। दोपहर में बच्चों को स्कूल से अपने घरों को जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। चाहें वह स्कूली वाहनों हो या फिर प्राइवेट वाहन हर किसी से बच्चों का बुरा हाल हो जाता है। सूर्य देव की तल्खी के कारण दोपहर में सड़कों पर खामोशी का मंजर पसरा नजर आता है। खास जरूरतमंद लोग ही घरों से बाहर निकलकर जरूरी काम निपटाकर जल्द ही घरों को पैक हो जाते है। जरूरतमंद जो घरों से बाहर निकलते है उन्हें सनबर्न से बचाव के लिए छाता से लेकर गमछा का सहारा लेना पड़ता है। कमोबेश युवतियों व महिलाओं का हाल और अधिक खराब हो जाता है। नतीजन फेस को दुपट्टे से लेकर साड़ी के पल्लू में ढककर अपना सफर तय करने के लिए विवश हो जाती है। जानकार लोगों का मानना है कि अभी तो ज्येष्ठ माह की शुरूआत है तब यह हालात है तो इस बार दो ज्येष्ठ माह होगें तब हालात और भी भयावह हो जाएंगे I
रिपोर्ट राजपाल सिंह बिलग्राम हरदोई
लगातार बढ़ती गर्मी से जीवन हुआ बेहाल
