राघव हो सकते हैं, शहरी सीट से भाजपा के विधानसभा प्रत्याशी

*शीर्ष नेतृत्व ने लिया महत्वपूर्ण नेताओ को चुनाव में उतारने का निर्णय

*विधानसभा नम्बर एक से सात तक भाजपा की परचम फहराने की तैयारी

सहारनपुर- भारतीय जनता पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पुनः ताजपोशी के लिए उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण नेताओ को चुनाव में उतारने की तैयारी में है।

दिल्ली भाजपा मुख्यालय पर हुई भाजपा शीर्ष नेतृत्व की उत्तर प्रदेश चुनाव के सम्बंध में आहूत बैठक में 2022 के विधान सभा चुनाव में पुनः सरकार बनाने के लिए कोई कोर कसर नही छोड़ना चाहती है और सूत्रों की माने तो उन्होंने उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को भी चुनावी समर में उतरने के लिए कह दिया है और पहली सूची के लिए महत्वपूर्ण प्रत्याशियों को सूचीबद्ध करना प्रारंभ कर दिया है। सहारनपुर नगर विधान सभा सीट पर भाजपा से राघव लखन पाल शर्मा ने 2012 में उस समय भी जीत दर्ज करने में सफलता अर्जित की थी जब प्रदेश की जनता ने समाजवादी पार्टी और उसके नेता आखिलेश यादव के पक्ष में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी, जिसका प्रमुख कारण उनकी व्यक्तिगत लोक प्रियता भी मानी गयी थी और भाजपा ने इसे दृष्टिगत रखते हुए ही राघवलखन पाल शर्मा को वर्ष 2014 में संसदीय चुनाव में प्रत्याशी बनाया और वह मोदी जी के नेतृत्व में गठित होने वाली भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार में सांसद बने तो उन्होंने सहारनपुर महानगर की सीट से त्याग-पत्र दिया, और विधान सभा की जीती हुई सीट पर त्याग-पत्र देने से रिक्त हुई सीट पर भाजपा ने राजीव गुम्बर को प्रत्याशी बनाया और वह भी विजय श्री हासिल करने में सफल रहे जबकि उप चुनाव से पूर्व गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा द्वारा निर्माणाधीन गुरुद्वारे के निर्माण को लेकर हुए साम्प्रदायिक दंगे से ध्रुवीकरण भी हुआ, ऐसा राजनीतिक विश्लेषक मानते रहे हैं। उसके बाद वर्ष 2017 में जबकि प्रदेश में भाजपा की लहर चल रही थी और प्रदेश में सपा में भीतरी अंतर्कलह और आपसी खींचातानी के हालात बने हुए थे और प्रदेश की जनता भाजपा की और देख रही थी, ऐसे में भाजपा प्रत्याशी राजीव गुम्बर ने शहर की जीती हुई सीट भी गंवा दी और जिस प्रकार राघव लखनपाल शर्मा ने सांसद रहते हुए विश्वविद्यालय सहरानपुर को देने एवं सहारानपुर को डबल रेल ट्रैक सहित अन्य महत्वपूर्ण योजनाओ का लाभ दिलवाया, वह विकास की गति गति शहरी सीट पर पराजय के बाद प्रभावित हुई, जिसके चलते ही भाजपा जनपद की सातों विधान सभाओ में चार ही जीत पाई थी और तीन विधानसभा जिसमे सबसे महत्वपूर्ण शहरी सीट को माना जाता है, वो भाजपा के हाथों से निकल गयी, जिसे शहर की जनता महसूस कर रही है और चाहती है कि शहर को पुनः ऐसा नेतृत्व मिले जो आगामी सरकार में शहर के लिए बहुपयोगी साबित हो सके। विगत दिनों राघव लखनपाल शर्मा सोशल मीडिया पर भारत मे मोदी जी के बाद तीसरे नम्बर पर रहते हुए और कांग्रेस के युवराज समझे जाने वाले राहुल गांधी से भी अधिक समर्थन से अपनी लोकप्रियता का भी प्रदर्शन कर चुके है, ऐसे में माना जा रहा है कि उन्हें प्रत्याशी बनाया जाए। बेहट विधान सभा सीट पर जहां भाजपा से नया प्रत्याशी भी मैदान में हो सकता है हैं वहीं सहारनपुर देहात विधान सभा सीट कांग्रेस से छीनने की भी रणनीति बनाई गई है और भाजपा उत्तर प्रदेश में विधान सभा सीट बेहट नम्बर-1 से विधानसभा नम्बर-7 पर अपना परचम फहराने के लिए पूरी तैयारी में है।

– सहारनपुर से मन्थन चौधरी

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