बरेली। भोजीपुरा में स्थित निजी मेडिकल कॉलेज कोरोना संक्रमित मृतक के परिवार को चार लाख 50 हजार रुपए वापस करेगा। कोरोना संक्रमित मृतक के परिवार ने आरोप लगाया था कि इलाज के दौरान निजी मेडिकल कॉलेज ने बहुत अधिक रुपए वसूले थे। इसकी शिकायत परिजनों ने की थी। शिकायत के बाद जांच एसीएमओ डा. आरएन गिरी को दी गई थी। एसीएमओ डा. आरएन गिरी ने जांच पूरी कर ली है और रिपोर्ट सीएमओ को सौंप दी है। निजी मेडिकल कॉलेज रुपए वापस करने को तैयार हैं। मृतक के परिवार ने कोई शिकायत नहीं होने की वात लिखित में दी है। जानकारी के मुताबिक वीरसावरकर नगर में रहने वाली महिला को 30 जून को परिवार ने भोजीपुरा स्थित निजी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था। भर्ती के दौरान सैंपल की जांच कराई गई तो वह कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। इलाज के दौरान पिछले 19 जुलाई को महिला की मौत हो गई थी। इस मामले में उनके बेटे ने शिकायत की थी। जिसमे आरोप लगाया था कि निजी मेडिकल कालेज में इलाज के नाम पर उनसे 6 लाख रुपये से अधिक लिए गए थे। उनकी शिकायत पर मामले की जांच एसीएमओ डा. आरएन गिरी को दी गई। जांच में खुलासा हुआ कि जिस दौरान महिला का इलाज चल रहा था। शासन की तरफ से कोरोना मरीजो के इलाज की फीस में बदलाव किया गया था। मृतका के परिजनों ने पहले फीस जमा की थी, नई निर्धारित फीस उससे कम थी। जांच में स्पष्ट हो गया है कि लाखों रुपए अधिक लेने की बात सामने आई। एसीएमओ ने जब मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन से बात की तो उन्होंने तुरंत कोरोना संक्रमित मृतक के परिवार से बात की और उन्हें 4 लाख 50 हजार रुपए लौटाने का आश्वासन दिया। इसके बाद मृतका के बेटे ने लिखित में कोई कार्यवाही न करने की बात कही और उनकी शिकायत का निस्तारण हो गया।
अस्पताल प्रबंधन की जांच पूरी हो गई है। अस्पताल प्रबंधन कृपया वापस करने को तैयार है। मृतका के परिवार का कहना है कि अब उनको कोई शिकायत नहीं है। उन्होंने इस बाबत लिखित में दिया है कि उनको रुपए वापस मिल रहे हैं।।
– एसीएमओ डा. आरएन गिरी
बरेली से कपिल यादव