मुजफ्फरपुर स्टेट बैंक प्रबंधक व कर्मचारियों की उपेक्षा से खाताधारक दूसरे बैंक में खाता खोलने पर मजबूर

आजमगढ़- मुजफ्फरपुर स्टेट बैंक प्रबंधक व कर्मचारियों के उपेक्षा से परेशान हैं। खाताधारक दूसरे बैंक में खाता खोलने पर मजबूर हैं। जानकारी के अनुसार 8 फरवरी शुक्रवार को 12:00 बजे दोपहर स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया शाखा मुजफ्फरपुर गांव के बाहर दर्जनों की संख्या में खाताधारक बैंक के कर्मचारियों के कार्यशैली से नाराज विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। खाताधारकों द्वारा बताया गया कि इस बैंक पर जब से वर्तमान बैंक मैनेजर आए हैं तब से ग्राहकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। जो भी ग्राहक लेनदेन के लिए बैंक पर जाता है उसे बैंक से ग्राहक सेवा केंद्र पर भेजा जाता है। अगर कोई खाताधारक ग्राहक सेवा केंद्र पर न जाकर बैंक से पैसा निकालना चाहता है तो उसे डांट कर ग्राहक सेवा केंद्र पर भेजा जाता है। थनौली गांव निवासी दूधनाथ ने बताया कि ब्रांच मैनेजर ग्राहकों से कहते हैं कि ग्राहक सेवा केंद्र से जिसको पैसा लेना है ले अन्यथा दूसरे बैंक में खाता खोल ले। हमारे पास कर्मचारी कम है और खाता बहुत ज्यादा है। इसी क्रम में राज नारायण सिंह ने बताया बैंक मैनेजर का बर्ताव अच्छा नहीं है इसी तरह व्यवहार रहा तो बैंक से सभी खाता धारक हट जाएंगे। थनौली गांव निवासी मुस्ताक अहमद ने बताया हमारे गांव के पास में बैंक होने से सभी ग्रामवासी इस बैंक में खाता खोले हैं अभी तक जितने बैंक मैनेजर आए अच्छे काम से ग्राहकों को कोई परेशानी नहीं होती थी लेकिन जब से यह मैनेजर आए तब से बैंक की शक्ल ही बदल गई। बैंक में थाने जैसा बर्ताव किया जाता है। शुक्रवार को नाराज खाताधारक बैंक के गेट पर दर्जनों की संख्या में महिलाएं एवं पुरुष बैंक मैनेजर हटाओ ,बैंक बचाओ के नारे लगा रहे थे। इस मौके पर उपस्थित खाताधारक नागेंद्र विश्वकर्मा ,राजपत, जोगेंद्र ,ज्ञानमती देवी, निर्मला देवी, राज नारायण सिंह ,दूधनाथ ,अभिषेक विश्वकर्मा,मुस्ताक अहमद कल्पनाथ ,रितेश, गुफरान अहमद, मंजूर अहमद, राम लखन ,राम रूप आदि दर्जनों लोग उपस्थित रहे। इस संदर्भ में स्टेट बैंक के मैनेजर से बात करने पर उन्होंने बताया कि फोन पर कोई भी कंप्लेंट कर देता है आप लोग दौड़ जाते हैं। जो अगर ऐसा कहता हैं मेरे सामने लाइए, तब हम इस बात को मानेंगे।

रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़

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