मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में मुरादाबाद में वन डिस्ट्रिक्ट- वन प्रोडक्ट योजना की बैठक संपन्न

मुरादाबाद- उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुरादाबाद जनपद भ्रमण कार्यक्रम के अन्र्तगत स्थानीय सर्किट हाउस सभागार में “वन डिस्ट्रिक्ट- वन प्रोडक्ट (ओ0डी0ओ0पी0) योजना की मण्डलीय बैठक में अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पारम्परिक शिल्प एवं लघु उद्यमों के संरक्षण के लिये तथा उसमें अधिक से अधिक व्यक्तियों कोे रोजगार प्रदान करने हेतु एवं उनकी आय में वृद्धि के लिये “एक जनपद – एक उत्पाद” महत्वाकांक्षी योजना उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस 24 जनवरी को प्रारम्भ की गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार परम्परागत उत्पादों के निर्यात प्रोत्साहन सहित स्थानीय उद्यमों में निवेश प्रोत्साहन हेतु भी निरन्तर प्रयत्नशील है तथा इस हेतु सिग्गल विन्डो सिस्टम की षुरुआत के लिये निवेशमित्र पोर्टल प्रारम्भ किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जनपदों के विशिष्ट उत्पादों की राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ब्राण्डिंग के प्राथमिक उद्देश्य के साथ-साथ रोजगार सृजन, उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धी सामर्थ्य के विकास, तकनीकि उन्नयन, कारीगरों एवं हस्तशिल्पियों के कौशल विकास तथा ग्रामीण सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों तथा हस्तशिल्प इकाईयों के उपयोगार्थ काॅमन फैसिलिटी सेन्टर, टेस्टिंग लैब, डिजाईन स्टूडियों, एक्जीबिशन कम व्यापार केन्द्रों जैसी महत्वपूर्ण अवस्थापना सुविधाओं के विकास एवं इन सब के माध्यम से प्रदेश के समेकित विकास हेतु “एक जनपद एक उत्पाद” (ओ0डी0ओ0पी0) योजना क्रियान्वित की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने उद्यमियों एवं निर्यातकों से कहा कि आपके द्वारा सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यमों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है। आपके इस योगदान एवं वृद्व अनुभवों को दृष्टिगत रखते हुए “एक जनपद एक उत्पाद” की अवधारणा को जनपदों में शीघ्रता से क्रियान्वित करने में आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन प्राप्त किये जाने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि धातु शिल्प कार्यो के लिये मुरादाबाद जनपद को विश्वविख्यात प्राप्त है हम सब का दायित्व बनता है कि धातु शिल्प कार्यो /उत्पादों को उत्कर्षता की सीमा तक पहुचाने के लिये इस उद्योग एवं व्यवसाय से जुडे उद्यमियों एवं कारीगरों, वर्करों को विशेष सुविधायें उपलब्ध करायी जाये। इसी सोच के साथ वर्तमान शासन ने वर्ष 2017 में उद्यमियों की यू0पी0 इन्वेस्टर्स समिट 2017 का आयोजन करके उद्यमियों को भरोसा दिलाया कि वे जनपदों में एक जनपद एक उत्पाद को दृष्टिगत रखते हुए उसी परम्परा के अनुरुप नया प्रयास करें। शासन स्तर से उद्यमियों को हर संभव सहयोग एवं उद्योग लगाने के लिये मूल भूत सुविधायें दी जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका मानना है कि यदि उद्यमी, कारीगर एवं वर्कर आधुनिकता को दृष्टिगत रखते हुए धातु शिल्प उत्पादों में गुणात्मक सुधार लाएंगे तो निश्चित ही जनपद का चहुमूखी विकास होगा और रोजगार के नये अवसर भी मिलेंगे।

इस अवसर पर पाॅवर प्लाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से बताया गया कि मेटल आर्ट वेयर उत्पादों के निर्माण में प्रत्यक्ष तथा परोक्ष रुप से लगभग 2.50 से 3 लाख लोग इस कार्य में लगे हुए है तथा जनपद में 1500 छोटीे-बडी निर्यातक इकाईयां हैं, जिनके द्वारा औसतन 6 हजार करोड का निर्यात प्रतिवर्ष उत्तरी अमेरिका , यूरेपीय देशों, खाडी देशों एवं एशिया के कई देशों में किया जाता हैं। प्रत्येक जनपद में उत्पाद की प्रसिद्धि, विपणन सामर्थ्य, विकास सम्भावयता तथा रोजगार देने की क्षमता के आधार पर एक उत्पाद विषेष का चिन्हांकन किया जा चुका है, जिसके अर्न्तगत मुरादाबाद के विश्व विख्यात ब्रास वेयर इंडस्ट्री अथवा मेटल हैण्डीक्राफ्टस पीतल उद्योग का चयन किया गया है। जनपदवार उपलब्ध संसाधनों जैसे रामैटेरियल, डिजाइन, टेस्टिंग, ट्रेनिंग, डिस्प्ले एवं मार्केटिंग से संबंधित सुविधाओं की मैपिंग करते हुए स्वाट एवं गैप एनालिसिस के आधार पर आवश्यक ईको सिस्टम तैयार करने की कार्यवाही प्रगति पर है इस हेतु बेस लाइन सर्वे एवं उपलब्ध सेल्फ डेवलेप्ड उत्पाद समूहों का अध्ययन कर डायग्नोस्टिक स्टडी रिपोर्ट तैयार किये जाने हेतु पारदर्शी संस्थाओं से रिक्यूएस्ट फाॅर प्रपोजल डाक्यूमेन्ट के माध्यम से प्रस्ताव आमन्त्रित किये जा चुके हैं।

इस अवसर पर निर्यातकों, कारखानेदारों, कारीगरों एवं उद्यमियों के विभिन्न संगठनों द्वारा मेटल आर्टवेयर के और अधिक उत्थान हेतु विभिन्न सुझाव दिये गये जिनमें छोटे कारोबारियों के उत्पाद की बिक्री हेतु आधुनिक बाजार की व्यवस्था, कच्चे माल की सहज उपलब्धता हेतु, मैटेरियल बैंक की स्थापना, हस्तषिल्पयों की जी0एस0टी0 एवं ई-वे-बिल की समस्याओं के समाधान, हस्तषिल्पयों की स्वास्थ संबंधी समस्याओं के समाधान हेतु ई0एस0आई0 अस्पताल में सुधार, अप्रदूषणकारी भट्टियों की व्यवस्था, जी0एस0टी0 रिफण्ड मेें होने वाली अनावश्यक देरी से निजात दिलाने तथा निर्यातक इकाईयों पर नगर निगम द्वारा लगाये जाने वाले हाउस टैक्स की विसंगतियों को दूर करने की मांग की गयी, जिसके समयबद्ध समाधान का मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया। निर्यातकों द्वारा चीन से प्रतिस्पर्धा करने हेतु आधारभूत सुविधाओं को प्रदान करने की मांग पर भी मुख्यमंत्री ने आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने मुरादाबाद सर्किट हाउस में पार्टी पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करके आम जन की समस्याओं के निस्तारण हेतु संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाने को कहा। मुख्यमंत्री ने सर्किट हाउस परिसर में लगी प्रदर्शनी में लगे लगभग 40 हस्तषिल्पी एवं मेटल हैण्डीक्राफ्टस स्टाॅलों का निरीक्षण करके मुरादाबाद की धातु शिल्प एवं मेटल हैण्डीक्राफ्टस का अवलोकन किया तथा इन स्थानीय उत्पादों की राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर लाभकारी मार्केटिंग एवं विपणन व्यवस्था के निर्देश दिये ताकि हस्तशिल्पियों के आय में वृद्धि हो सके और हस्तशिल्प एवं मेटल हैण्डीक्राफ्टस को प्रोत्साहन मिलें। उन्होंने इस अवसर पर ओडीओपी योजनान्तर्गत 15 लाभार्थियों को प्रथमा बैंक, सेन्ट्रल बैंक, इण्डियन ओवरसीज बैंक द्वारा उद्योगों की स्थापना हेतु स्वीकृति आदेशों एवं चैकों का वितरण किया।

इस अवसर पर राज्यमंत्री ग्राम्य विकास चिकित्सा एवं स्वास्थ डा0 महेन्द्र सिंह, पंचायती राज एवं लोक निर्माण राज्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री वल्देव सिंह औलख, राज्यमंत्री गुलाब देवी, सांसद सम्भल सतपाल सैनी, नगर विधायक रितेश गुप्ता, महापौर विनोद अग्रवाल, विधायक कांठ राजेष कुमार चुन्नू, एमएलसी डा0 जयपाल सिंह व्यस्त, सहित मण्डलायुक्त अनिल राजकुमार, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिरीक्षक बरेली प्रेम प्रकाष, आई0जी0 पुलिस वी0के0 सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जे0 रविन्द्र गौड़ उपायुक्त उद्योग देषराज गौतम, के अतिरिक्त निर्यातकगण, हस्तषिल्पी, कारीगरों एवं कारखानेदारों के संगठनों के प्रतिनिधियों उपस्थित थे।

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