बरेली। माघ पूर्णिमा के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। आपको बता दे माघ पुर्णिमा पर स्नान दान का अधिक महत्व होता है। इसी के चलते बुधवार को रामगंगा घाट पर भोर से ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा रहा। सभी ने हर-हर गंगे के जयकारों के साथ आस्था की डुबकी लगाई और दान-पुण्य किया। रामगंगा मे भक्तों ने शुभ मुहूर्त में स्नान किया और पूजा पाठ की। सूरज निकलने से पहले ही रामगंगा तट पर भक्तों की भीड़ जुट गई थी। लोगों ने विधि विधान से स्नान, ध्यान-अर्चन किया। इस मौके पर लोगों ने जरूरतमंद परिवारों को दान दिया। माघी पूर्णिमा पर भक्तों की भीड़ के चलते रामगंगा रोड पर सुबह से दोपहर तक जाम की स्थिति बनी रही। माघ मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है। माना जाता है कि आज के दिन स्वयं नारायण हरि विष्णु भगवान मां गंगा में विराजते है। ऐसे मे आज के दिन मां गंगा में स्नान और दान करने का विशेष महत्व बताया गया है। इसके साथ ही मंदिरों में जाकर भगवान के दर्शन किया। श्रद्धालुओं को कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मास्क लगाना अनिवार्य है। सनातन धर्म में पूर्णिमा का अलग महत्व है। इस दिन चांद अपनी पूर्ण अवस्था में होता है। यह मान्यता है कि लोगों की हर कामनाएं पूर्ण होती है।धार्मिक मान्यता है कि पूर्णिमा के दिन देवी-देवता धरती पर आते है। ऐसे में इस दिन पूजा-पाठ करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। हर माह की पूर्णिमा का अपना अलग-अलग महत्व होता है। ऐसे में इस माह माघ में पड़ने वाली पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा या माघ पूर्णिमा कहा जाता है।।
बरेली से कपिल यादव