मध्यप्रदेश- देवास के विनायक अस्पताल की प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ सुनीता गुप्ता ने आत्महत्या कर ली थी। मृत्यु पूर्व उसने बकायदा सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें अपनी मौत का जिम्मेदार सास वंशीबाला को बताया और पति को अच्छा बताया है।
गुप्ता ने आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद रविवार को गुप्ता के भाई प्रवीण मित्तल पहुंचे और अपने बयान दर्ज कराए। वहीं सुसाइड नोट के अक्षर भी अपने बहन के लिखे ही बताए है। सुसाइड नोट में गुप्ता ने लिखा है कि सास आए दिन प्रताडि़त करती थी, जिसके चलते वह आत्महत्या कर रही है। भाई प्रवीण ने बताया कि जीजा डॉ. चेतन गुप्ता प्रभावशाली और रसूखदा है, वे जांच प्रभावित कर सकते है, जिसके चलते वे निष्पक्ष जांच के लिए पुलिस अधीक्षक से भी मिले है। गुप्ता ने बताया कि हमें पहले सूचना दी गई थी कि बहन वेंटीलेटर पर है, देवास आने पर पता चला कि उसकी मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष जांच होकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई होना चाहिए। उधर कोतवाली टीआई महेंद्रसिंह परमार ने बताया कि सुसाइड नोट में सास का नाम है, अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया है। सास की गिरफ्तारी अभी नहीं हो पाई है।
परिजनों ने बताया कि डा. सुनीता अपनी मां भाई व् बहनों से फोन पर बात करती थी तो बताती थी की उन्हें उनके सास] ससुर और ननद प्रताडि़त करते हैं। यही नहीं डॉ. सुनीता द्वारा स्वअर्जित संपत्ति भी उनके नाम करने का दबाव बनाते थे। इस विषय में मायके पक्ष के लोग समझाईश के लिए आने वाले थे, लेकिन प्रताडऩा और बढ़ गई जिससे डॉ. सुनीता ने मायके वालों को आने से मना कर दिया। जब डॉ. चेतन गुप्ता विदेश से लौटे तब इस विषय में बातचीत की जाना थी] लेकिन अचानक डॉ सुनीता की मौत की खबर आ गई। पुत्री गंभीर और धैर्यवान थी जिस पर इस तरह से चले जाने की कल्पना भी नहीं की जा सकती। परिजनों का आरोप है की डॉ सुनीता की मृत्यु संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है, जिसमे अस्पताल में उपलब्ध चिकित्सा साधनों का उपयोग किया गया है।
राजेश परमार , आगर मालवा