शेरकोट/बिजनौर- बढ़ती महंगाई एवं बेरोजगारी का असर नगर मे लगने वाले एतिहासिक नोमी मेले पर भी पड़ा है। हर वर्ष लगने वाले नोमी मेले मे दूर दराज से आए दूकानदार हाथ पे हाथ रखे बेठे है इस साल नोमी मेले पर महंगाई एवं बेरोजगारी कि मार साफ दिखाई दे रही है।
कुछ वर्ष पूर्व नोमी मेले मे काफी चहल पहल रहती थी। लेकिन इस बार महंगाई एवं बेरोजगारी मार झेल रहा है। पहले मेले मे झूले ब्रेकिग डांस मिक्की माउस सर्कस काला जादू नाका मौत का कुआ आदि आया करते थे लेकिन इस बार महंगाई व बेरोजगारी के चलते एतिहासिक नोमी मेले मे इसमे से कुछ नही आया जिस कारण नगरवासी नोमी मेले का लुफ्त नही ले पा रहे हैं। जिस अपने परिवार का पालन पोषण करने मेले मे आए गरीब दूकानदारो उठाना पड रहा है। कभी एतिहासिक नोमी मेले मे संस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाता थे जैसे मुशायरा ,कव्वाली ,आदि जिसका नगर वासी जमकर लुफ्त उठाया करते थे लेकिन इस बार मेले मे दूर दूर तक दिखाई नही दे रहा है। पहले मेले को लेकर नगर वासियो खास करके युवाओ मे काफी उत्साह रहता था जिसमें दुकादारो कि भी अच्छी आमदनी हो जाती थी लेकिन इस बार मेले पर महंगाई व बेरोजगारी की मार साफ देखाई दे रही है। जिस कारण मेले मे दूर दराज से आए गरीब दूकानदारो भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
रिपोर्ट शेरकोट अमित कुमार रवि