उत्तराखंड – जिस प्रकार से वैश्विक महामारी कोरोना ने पूरे विश्व में अपने पैर पसार लिए हैं व पूरे विश्व में इससे संक्रमित लोगों की संख्या लाखों में पहुच चुकी है, वही दूसरी ओर हमारे देश मे हमारा देश इससे निपटने के लिए पूर्ण रूप से तैयार है! लेकिन जिस प्रकार से पूर्ण लॉक डाउन के बाद भी तबलीकी जमात में मरकज में शामिल वर्ग के लोग तमाम कोशिशों के बाद भी लॉक डाउन के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे है, यह दुखद है, इस महामारी के समय जब सभी को बिना जाति धर्म देखे इस महामारी से लड़ने के लिए एकजुट होना चाहिए ताकि संक्रमण फैलने से बचा जा सके, लेकिन ये अराजक तत्व मानने को तैयार नहीं, राज्य मे जिस प्रकार से अधिकांश संक्रमित रोगियों में से वे हैं जो निजामुद्दीन में तबलीकी जमात में शामिल हुए थे, तथा ये लोग पहाड़ों तक भी इस महामारी को फैलाने के मकसद से पहुचे, हमारा इसमे स्पष्ट रूप से कहना है कि, इस प्रकार के घुसपैठियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, क्योंकि इस प्रकार के अराजक तत्व देवभूमि को भी दूषित करने का कार्य कर रहे है, उक्रांद युवा प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह बिष्ट ने एक प्रेस वार्ता में जनता से भी अह्वान किया कि इस प्रकार से जो पहाड़ों मे छिप कर बैठे हैं या जो भी इनका साथ दे रहे है इनके खिलाफ हमें एक होना होगा, क्योंकि हमारे पहाड़ों में कई ऐसे मामले पाए गए जहां ये सब्जी की गाड़ियों में या अन्य प्रकार से वहां इस संक्रमण को फैलाने के उदेश्य से पहुचे , देहरादून में भी कई स्थानो पर प्रशासन के कार्यो में भी बाधा डालने का कार्य कर रहे हैं, व इस महामारी मे लगे सफाई कर्मी व डॉक्टरों के साथ भी गलत व्यवहार कर रहे हैं, इनके खिलाफ ठोस कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो, साथ ही इस प्रकार के राज्य विरोधी तत्वों को उक्रांद राज्य में खदेड़ने के लिए अभियान शुरू करेगा इसके लिए पहाड़ों में युवा जागरुकता शिविर लगा कर जनता को जागरूक करेगा! दूसरी ओर सरकार से मांग करते है कि शीघ्र अति शीघ्र राज्य में बीपीएल परिवारों को मुफ्त में राशन मुहैया कराया जाय, क्योंकि पहाड़ में खेती पर जीवन यापन करने वाले लोगों को इस विकट परिस्थिति में बहुत ही गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है,फसले बर्बाद हो रही है, व मैदानी क्षेत्रो में जो लोग सिडकुल या अन्य फैक्ट्रियों, होटलों या अन्य संस्थाओ में कार्यरत है उन्हें दो महीने का वेतन दिया जाए, क्योंकि इस समय युवाओं के सम्मुख रोजगार की समस्या मुख्य रूप से सामने आ रही है!
– पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल की रिपोर्ट