आज़मगढ़ -अतरौलिया क्षेत्र में धार्मिक मान्यताओं वाला कौवलेश्वर धाम में 18 अक्टूबर की रात्रि को महंत श्रीकांत दास तथा उनके शिष्य बाबा दिलीप दास प्राणघातक हमला हुआ था इस मामले में मुकदमा दर्ज हुआ और पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अभियुक्त को जेल भेजा। लेकिन फिर भी आश्रम तथा बाबा की सुरक्षा का कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया। इसको लेकर लोगों में काफी असंतोष तथा निराशा हुई तथा बाबा इस आश्रम को छोड़कर बगल के गांव भवनाथपुर में निवास करने लग गए। वहीं लगभग 23 तारीख की रात को मंदिर के अंदर से दो अष्टधातु की मूर्ति और एवं एक पीतल की मूर्ति चोरों द्वारा चोरी कर ली गई थी। चोरी की सूचना पुलिस को दी गई थी। पुलिस की तफ्तीश कर रही थी। क्षेत्रीय लोगों ने जाकर बाबा से बहुत अनुनय विनय किया। किसी तरह से उनको मना बीती 5 तारीख को सोमवार के दिन लोग बाबा को पुनः कौवलेश्वर धाम आश्रम पर ले आए । मंदिर के बगल पोखरे से सटा सुरेश पांडे पुत्र सभाजीत पाडे देहुला का खेत है। 8 को सुबह खेत जोतते समय उन्हें वह मूर्ति प्राप्त हुई वह तुरंत मंदिर में जाकर सभी लोगों को सूचना दी। मंदिर के लोग सीता मां की पीतल की मूर्ति को उठाकर मंदिर में लाये। उसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस द्वारा छानबीन की गई और दो अष्टधातु की मूर्ति की खोजबीन भी की गई किंतु उनका कोई सुराग नहीं मिला। थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार सिंह ने जल्द से जल्द चोर और मूर्ति को पकड़ कर जेल भेजने का भरोसा दिया। मौके पर ग्राम प्रधान राम अधीन निषाद, राम रतन वर्मा पूर्व प्रधान, सरजू लाल श्रीवास्तव, रामकरन सेठ, विक्की मद्धेशिया, दिलीप सिंह, राणा लाखन सिंह, सुधाकर मिश्रा,सहित आदि लोग उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़