भ्रष्टाचार मुक्त नहीं हो पा रहे निर्माण कार्य: सरकार बदली लेकिन भरार्शाही नहीं बदली बरसों से जमे हैं अधिकारी

मध्यप्रदेश /दमोह – जनपद पंचायत तेन्दूखेड़ा में अधिकारियों की मनमानी व अवसर शाही और भ्रष्टाचार के नाम पर पहचानी जाने वाली जनपद पंचायत तेन्दूखेड़ा में ठेकेदारों बनाम मटेरियल सप्लायर की आड़ में करोड़ों रुपए का निर्माण कार्यों का खेल फल फूल रहा है।जनपद पंचायत तेन्दूखेड़ा के अंतर्गत आने वाली 63 ग्राम पंचायतों में ठेकेदारों और पंचायतों के सरपंच सचिव सहित तकनीकी अमले की मिली भगत से विभिन्न मदों से लाखों रुपए की लागत से सूखे नलों और तालाबों पर स्टॉप डेम सहित पुलिया और बिना नाली के सीसी सड़क निर्माण और शौचालय निर्माण कराने का कारनामा बेधड़क तरीकें से जारी है! जनपद पंचायत तेन्दूखेड़ा क्षेत्र के अंतर्गत 63 ग्राम पंचायतों में ठेकेदाररों का आतंक इतना है कि वे ग्राम पंचायतों के सरपंच सचिव और आरईएस के तकनीकी अमले की मिली भगत से आये दिन नये-नये काले कारनामों को अंजाम दे रहे हैं और प्रशासनिक अमला हाथ पर हाथ रखे बैठा हुआ तमाशा देख रहा है जनपद पंचायत के अनेक ग्राम पंचायतों में सीसी सड़क निर्माण कार्य चल रहा है तो कहीं शौचालय बन रहे हैं।निर्माण कार्य कमीशन दे कर स्वीकृत करा लेते हैं या कई दफा तकनीकी अमले द्वारा घटिया निर्माण कार्यों को रोका भी जाता है लेकिन उक्त तथाकथित राजनीतिक संरक्षण प्राप्त ठेकेदारों के द्वारा कार्य को पुनः दबाव देकर सरपंच व सचिव के माध्यम से शुरू कर दिया जाता है जिस पर भी जनपद पंचायत तेन्दूखेड़ा के अधिकारी मौन साधे बैठे हैं जिससे सीधा प्रतीक होता है के ठेकेदारों को पंचायत अधिकारियों का भी संरक्षण प्राप्त है
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*अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की सांठगांठ से शासन को लग रहा करोड़ों का चूना*
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गांव के विकास की कितनी ही बातें हो लेकिन गांव के विकास को प्रशासनिक राजनैतिक स्तर पर इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है यही कारण है कि गांव के विकास पर करोड़ों रुपए फूंकने के बाद भी गांव की स्थितियां जस की तस बनी हुई है हालत यह है कि मनरेगा के तहत कराएं जा रहे निर्माण कार्यों में भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है फर्जी मस्टर भरकर राशि हड़पी जा रही है। ग्राम इमलीडोल व ग्राम हाथीडोल में बनाई गई सीसी रोड सड़क इसका ज्वलंत उदाहरण है सड़कें बनने के कुछ दिन बाद ही किनारों से उखड़ने लगी है ग्रामीणों ने बताया कि घटिया किस्म की सीमेंट लगाई गई है रेत के स्थान पर केसर डस्ट का उपयोग और बिना तराई करें ही बनाई गई सड़कें कुछ दिन बाद अपनी पूर्ववत स्थिति में आ जाती है
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*ग्राम पंचायत इमलीडोल में स्वच्छता मिशन बना दिखावा*
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पंचायत में शासन की स्वच्छता मिशन योजना दिखावा बनकर रह गई है।यहां के सरपंच सचिव की मिलीभगत से पूरी योजना में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है पंचायत के लोगों को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है पंचायत में सड़कें बनी वो भी जर्जर हो गया है पंचायत द्वारा बनाए गए शौचालय गुणवत्ताहीन होने के कारण जर्जर होकर क्षतिग्रस्त हो चुके है सभी शौचालय पंचायत के सचिव सरपंच द्वारा गुणवत्ताहीन बनाए गए हैं।शासन की योजना को सचिव सरपंच द्वारा चूना लगाया जा रहा है जनपद पंचायत के अधिकारी जनप्रतिनिधि मौन बने रहते हैं आज तक इस और कोई कार्रवाई नहीं की ग्रामीणों द्वारा जनपद के जनप्रतिनिधियों और सीईओ को इस संबंध में कई बार शिकायत की गई लेकिन इन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है ग्रामीणों ने कहा कि यहां जनप्रतिनिधि अधिकारी सभी भ्रष्टाचार में लिप्त नजर आते हैं
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*शौचालय का निर्माण घटिया*
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जनपद पंचायत तेन्दूखेड़ा के ग्राम इमलीडोल में शौचालय बनाने में हुए भ्रष्टाचार ने इस अच्छे खासे मिशन पर धब्बे जरुर लगा दिए हैं एक और मिशन को पूरा करने की हड़बड़ी में शौचालयों का निर्माण घटिया हुआ है वहीं ग्राम के लोगों के शौचालय में गुणवताहीन सामग्री के कारण साल भर में ही ज्यादातर शौचालय क्षतिग्रस्त हो गए हैं।कई शौचालयों में तो निर्माण से अब तक दरवाजे और सीट तक नहीं लगी।वहीं कुछ शौचालयों की दीवारें अधूरी पड़ी है तो कही छप्पर ही नहीं डाला गया है
जब इस संबंध में जनपद पंचायत तेन्दूखेड़ा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मनीष बागरी से बात करनी चाहिए तो उनका फोन कवरेज क्षेत्र के बाहर आ रहा था लेकिन यह तो आज की बात नहीं है जब भी किसी भी संबंध में बात करनी होती है तो उनके द्वारा फोन रिसीव करना जरुरी नहीं समझा जाता है।

– विशाल रजक तेन्दूखेड़ा/दमोह

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