गाजीपुर। जिला सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन अरुण सिंह मानते हैं कि लोकसभा के उप चुनाव में भाजपा की हार को लेकर विरोधी दल मुगालते में हैं। इससे उनके लिए कोई मतलब की बात नहीं निकलेगी। एक हत्या के मामले में नैनी जेल में बंद श्री सिंह ने शुक्रवार को खुद से मिलने पहुंचे अपने समर्थकों से कहा कि इस हार का ठीकरा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सिर फोड़ना गलत है। सच्चाई यही है कि विरोधी दलों ने जाति का गठबंधन बनाया और उप चुनाव के परिणाम को अपने पक्ष में बना लिया। श्री सिंह उप चुनाव के बाद योगी आदित्यनाथ के आए बयान पर सहमति जताते हुए कहा कि निश्चित रूप से यह परिणाम भाजपा के लिए एक सबक है। भाजपा को खाई में गिरने से पहले ही संभलने का मौका मिल गया और तय है कि भाजपा इससे अपनी गलतियां सुधारने का काम करेगी। नैनी जेल में ही बंद भाजपा के पूर्व विधायक उदयभान कलवरिया से मिलने आने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं के हवाले से श्री सिंह ने कहा कि सत्ता में आने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को लेकर उदासीन हो गई है। खून-पसीना बहाने वाले कार्यकर्ताओं की जगह गैर दलों में रहे परिक्रमा करने वाले स्वार्थी तत्वों को अहमियत मिल रही है। यह ठीक नहीं है। उप चुनाव में पार्टी की हार के पीछे एक वजह कार्यकर्ताओं की उपेक्षा भी रही है। श्री सिंह से नैनी जेल में मिल कर लौटे जमानियां क्षेत्र के वरिष्ठ कार्यकर्ता राजेंद्र गिरि, अरविंद सिंह, गिरधारी यादव, संतोष उपाध्याय, संतोष सिंह चिंटू ने बताया कि अरुण सिंह के दिल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति सम्मान है। उन्हें उम्मीद है कि श्री योगी की अगुवाई में उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बनेगा और भाजपा प्रदेश में अगले लोकसभा चुनाव में अपना शानदार प्रदर्शन दोहराएगी। साथ ही गोरखपुर तथा फूलपुर की सीट फिर से भाजपा के कब्जे में होगी। मालूम हो कि अरुण सिंह कभी भाजपा के कद्दावर नेताओं में शुमार रहे लेकिन लोकसभा के पिछले आम चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर वह बगावत कर दिए थे।
रिपोर्ट-:प्रदीप दुबे