पौड़ी गढ़वाल/उत्तराखंड – पौड़ी गढ़वाल रिखणीखाल क्षेत्र का सब से दुर्गम छड़ियाणी पूर्वी प्राथमिक विद्यालय विगत कुछ समय से भगवान भरोसे चल रहा है। दुर्गमता होने के कारण यह क्षेत्र पिछड़ा हुआ है। न सड़क की व्यवस्था न स्कूल में शिक्षा की गुणवत्ता। वर्तमान में 8 बच्चे स्कूल में अध्यनरत है। 2 अध्यापको की नियुक्ति होने के बावजूद भी स्कूल प्रायः रिक्त रहता है। ग्रामीणों का कहना है कि कलावती असवाल शिक्षिका विगत अनेकों दिन से कोटद्वार व बसड़ा गाँव (मायका) से स्कूल आती जाती है। महीने में 15 दिन एक अध्यापक व 15 दिन दूसरा अध्यापक स्कूल की निगरानी करने आते थे मगर विगत 2 हफ्ते से स्कूल से दोनों अध्यापक नदारत रहे। क्षेत्र के कुछ नोसिकिया बच्चों को ध्याडी देकर स्कूल खुला व बंद करने की जिम्मेदारी है। अध्यापकों की बेरुखी का खामियाजा स्थानीय बच्चों को भुगतना पड़ रहा है सड़क से 2 घण्टे की खड़ी चढ़ाई के बाद यह स्कूल अधिकारियों की अनदेखी का शिकार हो रहा है। इस विषय पर ग्रामीणों ने संकुल प्रभारी को भी अवगत कराया है। संकुल प्रभार श्री मनोज गुसाई जी ने आस्वासन दिया है कि भविष्य में इस तरह की कोई घटना नही होगी। ग्रामीणों ने भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो इस लिए CEO पौड़ी व DM पौड़ी को शिकायत करने की ठानी है।
– पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल की रिपोर्ट