रिठौरा/ बरेली। थाना हाफिजगंज क्षेत्र के गांव साबरखेड़ा में दो दिन से लापता हुए किसान का शव सोमवार को जंगल में एक पेड़ पर लटकता मिला। किसान की दो दिन बाद छोटी बेटी की बारात आनी थी। बेटी की शादी से दो दिन पहले पिता का शव मिलने के बाद घर में मातम छा गया। बताते चलें कि गांव सावर खेड़ा के घनश्याम (50) पुत्र रीतराम ने अपनी छोटी बेटी शशि की शादी सीबीगंज क्षेत्र के गांव ट्यूलिया धंतिया के लालाराम के पुत्र शिवम से तय की थी। एक जुलाई को उसकी बारात आनी थी। घर में खुशी का माहौल था लेकिन पिछले कुछ माह से पिता घनश्याम काफी परेशान थे। वह परिजनों को बिना बताए पूरा दिन गायब रहते थे। रविवार की सुबह वह घर से अचानक कहीं लापता हो गए।
परिजनों ने उनकी काफी खोजबीन के बाद जब कोई पता नहीं चला। सोमवार की सुबह खेतों पर काम करने गए ग्रामीणों ने गांव के ही पास ही खेत में खड़े एक पेड़ पर उनका शव तहमद के सहारे लटकता हुआ देखा। ग्रामीणों ने इसकी सूचना परिजनों दी। शव को पेड़ से उतारकर घर ले आये। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ग्रामीणों के अनुसार घनश्याम की पत्नी नन्ही देवी का देहांत 10 वर्ष पूर्व पहले ही हो चुका था। उनके इकलौते बेटे की मौत भी कई वर्ष पूर्व हो चुकी थी। उनके दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी चम्पा की शादी हो चुकी है। वह और उसका पति हरीश उनके साथ ही रहते है। वह चंद थोड़ी सी जमीन और मजदूरी के सहारे अपना परिवार चलाते थे। उधर छोटी बेटी शशि की एक जुलाई को बारात आनी थी। परिजनों ने बताया कि बेटी की शादी को लेकर वह काफी परेशान थे। घनश्याम अपनी छोटी बेटी सच को बहुत ज्यादा प्यार करते थे जब भी वह परेशान होते थे तो छोटी बेटी ही उन्हें समझाती थी। जब उसकी एक जुलाई को बारात आनी थी। घर में खुशी का माहौल था। उनकी मौत के बाद हर किसी की आंखे नम थी कि कल तक जिस घर में ढोलक की आवाज गूंज रही थी आज मातम की चीखें सुनाई दे रही हैं। उनकी मौत के बाद बेटी शशि रो-रो कर बेसुध हो गयी । घनश्याम के 80 वर्ष के पिता रीतराम का भी रो-रो कर बुरा हाल है।
प्रारम्भिक जांच पड़ताल में मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। शव को पोस्टमार्टम के लिए बरेली भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
महेन्द्र सिंह इंस्पेक्टर हाफिजगंज
बरेली से कपिल यादव