बिजली आला बेपरवाह ,काल सेंटर तो रामभरोसे है सरकार

बाड़मेर/राजस्थान- बाड़मेर जिले में बारिश शुरू नहीं हुई है और जोधपुर डिस्कॉम में एकाएक बिजली फॉल्ट की शिकायतें बढ़ गई है, इधर जोधपुर डिस्कॉम का कॉल सेंटर आजकल भयंकर बीमारी से ग्रस्त हो गया है। वहां पर पहले कॉल नहीं लगता है, ऐसे में उपभोक्ता विधुत व्यवस्था से खासे परेशान है।

बाड़मेर जिले में लाखों उपभोक्ताओं की इस समस्याओं को देखते हुए जोधपुर डिस्कॉम द्वारा हेल्प लाइन नम्बर जरूर जारी किए गए हैं लेकिन निस्तारण करने वाले कर्मचारियों का अधिकारियों से आपसी तालमेल नहीं होने के कारण उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जोधपुर डिस्कॉम द्वारा बार बार आमजन को विधुत व्यवस्थाओं की समस्याओं को दूर करने के लिए इन नम्बरों पर कॉल कर उपभोक्ता अपनी बिजली शिकायत दर्ज करवा सकते है। लेकिन होता क्या है यह सभी उपभोक्ताओं को मालूम है,काल सेंटर के कर्मचारियों द्वारा अमूमन सही जवाब तक नहीं मिलेगा।

मानसून के चलते कई ग्रामीण इलाकों में कभी कभार छोटा-मोटा बारिश हो भूलवश हों जाता है तो फिर जै राम जी बिलऴी गई दो चार घंटों ताई। बारिश होने से पहले तेज़ आंधी भी चलती है। इससे ज्यादातर बिजली गुल व फॉल्ट जैसी समस्याएं दोगुनी हो जाती है। अब उपभोक्ता डिस्कॉम कॉल सेंटर पर कॉल करते हैं तो वह नम्बर ज्यादातर व्यस्त ही आता है, साथ ही कई बार कॉल नहीं लगता है। इसकी शिकायतें भी अधिक मिली, ऐसे में बाड़मेर जिले में नियुक्त डिस्कॉम के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करना चाहिए और जितना ज्यादा काल सेन्टर पर शिकायत दर्ज कराने के बाद घरेलू लाइट नहीं आने पर लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों सहित काल सेंटर के कर्मचारियों का भुगतान रोकने से ही आमजन को राहत मिलेगी।

काल सेंटर पर शिकायत दर्ज कराने के बाद फाल्ट सही करने वाले ज्यादातर अपनी गाड़ियों में बैठे बैठे ही मोबाइल फोन पर जानकारी लेकर खानापूर्ति करते हुए शिकायतो का निस्तारण कर रहे हैं, जबकि नियमानुसार मौके पर पहुंचकर और शिकायत दर्ज कराने वाले उपभोक्ताओं को बिजली सम्बंधित समस्या का समाधान करना चाहिए। इसके बाद काल सेंटर के कर्मचारियों द्वारा उपभोक्ताओं से शिकायत का समाधान हुआ है या फिर नहीं इस सम्बन्ध में जांच-पड़ताल करना चाहिए।

– राजस्थान से राजू चारण

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

किसी भी समाचार से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।समाचार का पूर्ण उत्तरदायित्व लेखक का ही होगा। विवाद की स्थिति में न्याय क्षेत्र बरेली होगा।