बाढ़ आये एक वर्ष बीतने के बाद भी नहीं हुआ नावों व नाविकों का भुगतान:विरोध में दिया धरना

आजमगढ़- घाघरा में आई बाढ़ के एक वर्ष बीत जाने के बाद भी नावों व नाविकों के पारिश्रामिक का भुगतान न किये जाने पर सोमवार को हिन्द सेवा दल निषाद सेना ने मेहता पार्क में धरना दिया। इस दौरान सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकिशुन निषाद ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौपकर नाविकों के बकायों के भुगतान की मांग किया। कहाकि अगर एक सप्ताह के भीतर बकाये का भुगतान नही किया गया तो निषाद समाज के लोग अनिश्चितकालीन धरना देने के लिए बाध्य होंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
धरने को सम्बोधित करते हुए रामकिशुन निषाद ने कहाकि भाजपा सरकार में निषाद समाज के लोगों का उत्पीड़न जोरों पर है। अधिकारी निरंकुश बने हुए है। निषाद समाज के लोगों ने बड़ी आशा और विश्वास के साथ भाजपा की सरकार बनाने में अपना सहयोग किया था। लेकिन अब वह अपन को ठगा महसूस कर रहा है। उन्होंने कहाकि पिछले वर्ष घाघरा में आई बाढ के दौरान बाढ़ पीड़ितों को बचाने व उनको सुरक्षित स्थानों पर ले जानेे के लिए जिला प्रशासन ने निषाद समाज के नावों और नाविकों को लगाया था। बाढ़ का प्रकोप खत्म हुए एक वर्ष बीतने को है लेकिन तहसील प्रशासन आज तक न तो नावों का भुगतान किया और नही नाविकों के पारिश्रमिक का ही भुगतान किया। अपने भुगतान के लिए लोगों को बार-बार तहसील का चक्कर लगाना पड़ रहा है। उन्होंने कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए कहाकि भुगतान के नाम पर कर्मचारियों और गांव के लेखपाल द्वारा धनउगाही की जा रही है। अगर एक सप्ताह के भीतर नाविकों का भुगतान नही किया गया तो हिन्द सेवा दल निषाद सेना के लोग जिला प्रशासन की ईंट से ईंट बजाने का काम करेंगे।
सेना जिला उपाध्यक्ष प्रेम निषाद ने कहाकि यदि तहसील प्रशासन बाढ़ में नाव चलाने वाले नाविकों का भुगतान पुनः नही कर देता और सुविधा शुल्क मांगने वाले दोषी कर्मचारियों को बर्खास्त नही करता है तो निषाद सेना के लोग उग्र आंदोलन एवं जेल भरो आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगें। जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। धरने की अध्यक्षता फूलचंद निषाद और हिन्द सेवा दल निषाद सेना के जिलाध्यक्ष संचालन ओमप्रकाश यादव ने कियां।
धरने में रामनाथ निषाद, रामअवतार निषाद, मन्नू निषाद, जितई निषाद, लम्बेदार निषाद, रामबचन निषाद, श्रीपत निषाद, रामसकल निषाद, महेन्द्र निषाद, नरायन निषाद, उदयभान निषाद, मिसिर निषाद, टिकोरी निषाद, राजदेव निषाद, सुबाष निषाद आदि सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।

रिपोर्टर-:राकेश वर्मा सदर आजमगढ़

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