बहुउद्देश्यीय शिविर में 50 दिव्यांगों को दिए सहायक उपकरण

लंढौरा/ हरिद्वार – रंग महल लंढौरा में आयोजित बहुउद्देशीय शिविर में क्षेत्रीय विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने 20 दिव्यांगों को ट्राई साइकिल ओर 15 कान की मशीन और 15 बैशाखी का वितरण किया इसके अलावा शिविर में 85 दिव्यांगों की पेंशन स्वीकृत की गई हैं। साथ ही 40 दिव्यांगों के बस पास बनाये गए।इसके अलावा 109 दिव्यांगों के उपकरण रजिस्टर्ड किए गए वहीं 57 दिव्यांग सर्टिफिकेट भी बनाये गए हैं।
क्षेत्रीय विधायक कुवंर प्रणवसिंह चेम्पियन के निवास रंगमहल में बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में रुड़की, लक्सर तहसील के सभी विभागों के अलग अलग स्टॉल लगाए गए विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और उनकी पत्नी एवं जिला पंचायत सदस्य रानी देवयानी ने हर स्टॉल का निरीक्षण किया। शिविर में डॉक्टरों की टीम ने 57 लोगों के दिव्यांग सर्टिफिकेट बनाये साथ ही 109 लोगों की पेंशन स्वीकृत की गई हैं। इसके अलावा 40 दिव्यांगों के बस पास बनाये गए हैं। ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर दीप्ति अग्रवाल ने बताया कि 20 लोगों के कान, नाक, गले की जांच की गई हैं। तीन बच्चों के कान का ऑपरेशन कराने की सलाह दी गयी है। ऊर्जा निगम के एसडीओ ओमपाल ने बताया कि तीन विधुत कनैक्शन किए गए हैं।_ _इनमें दो लोगों के कनैक्शन फ्री किए गए हैं। शिविर में बाद में विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और उनकी पत्नी रानी देवयानी ने दिव्यांगों को 20 ट्राई साइकिल, 15 कान की मशीन और 15 बैशाखी का वितरण किया। विधायक चैंपियन ने बताया कि रजिस्टर्ड किए गए उपकरण जल्द ही दिव्यांगों को वितरित किए जाएंगे।

अनियमितता पर भड़के कुवंर प्रणवसिंह चेम्पियन:-
शिविर में कई तरह की अनियमितता मिलने पर विधायक चैंपियन भड़क गए। अनियमितता सही होने पर मामला शांत हुआ।
दरअसल बहुउद्देश्यीय शिविर में दिव्यांगों के सर्टिफिकेट बनाने अनियमितता बरती जा रही थी। जिस पर कुछ लोगों ने हंगामा कर दिया। मामले की जानकारी मिलने पर विधायक ने अधिकारियों से बात कर लोगों की समस्या हल करने की हिदायत दी। विधायक ने कहा कि अनियमितता की शिकायत जिला प्रशासन और शासन से की जाएगी। जिसके बाद शिविर में कार्य शुचारु रूप से चला पाया।
शिविर में दो सगे भाई ऐसे भी पहुंचे जिनकी उम्र 23 और 21 साल थी। लेकिन देखने में आठ दस साल के बच्चे लग रहे थे। डॉक्टरों ने बताया कि दोनों भाई माइक्रो शेफाली बीमारी से पीड़ित हैं।
मोहनपुरा निवासी महेंद्र अपने दो पुत्र जोनी और अरुण को रेडे में लेकर शिविर में पहुंचा। देखने में दोनों भाई की उम्र आठ दस के बीच लग रही थी। लेकिन जब पिता ने लोगों को बताया कि जोनी की उम्र 23 साल और अरुण 21की साल है। तब लोग उन्हें देखने के लिए चारों ओर जमा हो गए। जांच में डॉक्टर राजीव कुमार ने बताया कि दोनों भाई माइक्रो शेफाली बीमारी से पीड़ित हैं। डॉक्टर ने बताया कि इस बीमारी से पीड़ित बच्चों में जन्म के कुछ वर्ष बाद ही बौद्धिक और शारीरिक विकास रुक जाता है। इसी कारण उम्र बढ़ने के बाद भी शरीर और सिर काफी छोटा रहता है। माइक्रोशेफाली पीड़ित दोनों भाई लोगों के देखने पर अपना मुंह हाथों से छिपा लेते थे। या फिर देखने वालों की तरफ हाथ बढ़ा कर पीछे करने का प्रयास कर रहे थे।

– रूडकी से इरफान अहमद

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