मां तो मां होती है, लेकिन ड्यूटी के साथ बच्चे को भी पाले यह कठिन है। इसे आसान कर दिखाया है झांसी कोतवाली में तैनात सिपाही अर्चना ने, जो अपने बच्चे को पालने के साथ ही ड्यूटी का कर्तव्य पूरी निष्ठा के साथ निभा रही हैं। जिसे देखकर डीआईजी सुभाष सिंह ने उनकी कर्तव्य निष्ठा को देखते हुए एक हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया है। जिसे पाकर अर्चना भी गदगद हो गईं।
कोतवाली में तैनात अर्चना अपने आठ माह के बच्चे के साथ ड्यूटी कर रही हैं। जिसे देखकर हर कोई मां व बच्चे के स्नेह को देखकर चकित है। बच्चे को पालने के साथ ही वह कर्तव्य व निष्ठा के साथ ड्यूटी भी कर रही हैं। दो दिन होने वाली पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान उनकी ड्यूटी भी एक परीक्षा केंद्र पर लगाई थी, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने ड्यूटी नहीं कटवाई।
बृहस्पतिवार को कोतवाली से ड्यूटी पर रवाना होने वाली थीं, इसी बीच कोतवाल उमेश चंद्र त्रिपाठी ने ड्यूटी परीक्षा केंद्र से हटाकर कोतवाली के रिसेप्शन पर लगा दी थी। इसके बाद भी ड्यूटी में लगन कम नहीं दिखी। इसी बीच फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद डीआईजी सुभाष सिंह ने एक हजार रुपये का पुरस्कार देकर कार्य की जमकर प्रशंसा भी की।
डीजीपी ने महिला सिपाही को किया फ़ोन, पूछा- कहा चाहती हो ट्रांसफर
अभी अभी, डीजीपी ने महिला सिपाही अर्चना को किया फ़ोन, पूछा जानती हो कौन बोल रहा हूं, अर्चना बोली डीजीपी सर। इस पर डीजीपी ने पूछा कहां चाहती हो ट्रांसफर? उसने कहा जहां आप चाहें। डीजीपी ने तत्काल गृह जनपद के दिये निर्देश दिए हैं।