बरेली। गुरुवार की देर शाम को बारादरी थाने मे तैनात एक महिला पुलिस कर्मी को उसके मंगेतर ने थाने मे घुसकर पीट दिया। शोर-शराबा सुनकर मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने महिला सिपाही को किसी तरह बचाया। इसके बाद थाने मे पंचायत होती रही। इंस्पेक्टर ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच समझौता करा दिया गया है। मामला देर शाम का है। पुलिस लाइंस में तैनात एक सिपाही देर शाम गुस्से में तिलमिलाया हुआ बारादरी थाने पहुंच गया। वहां पहुंचकर थाने में तैनात महिला सिपाही के पीट दिया। थाने में घुसकर महिला सिपाही के साथ हो रही मारपीट देखकर अन्य पुलिस कर्मी भी एक बार सकते में आ गए। इससे पहले की सिपाही और अधिक महिला सिपाही को पीटता। एक दरोगा और सिपाही ने मशक्कत के बाद युवक को पकड़ लिया और महिला सिपाही को आरोपी सिपाही से बचाया। इसके बाद घटना की सूचना इंस्पेक्टर बारादरी नीरज मलिक को दी गई। इंस्पेक्टर और अन्य पुलिस कर्मी महिला सिपाही और सिपाही के बीच समझौता कराने का प्रयास करते रहे। हालांकि इस मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को अब तक नही दी गई है। आपको बताते चले कि सिपाही पुलिस लाइन मे तैनात है। जबकि महिला सिपाही की तैनाती बारादरी थाने में है। दोनों के शादी तय हो चुकी है। पुलिस कर्मियों ने बताया कि पुलिस लाइन में तैनात सिपाही ने अपनी मंगेतर महिला सिपाही को फोन किया था, लेकिन महिला सिपाही का फोन बंद जा रहा था। इससे पुलिस लाइन में तैनात सिपाही नाराज हो गया। वह गुस्से में थाने पहुंचा और महिला सिपाही पर हमलावर हो गया। इस घटना से पुलिस की सुरक्षा पर ही सवाल खड़े हो गए है। सवाल है कि जब कि जब महिला पुलिस पर थाने में ही हमला हो सकता है, तो बाहर कोई भी किसी लड़की पर हमला कर सकता है। भले ही महिला सिपाही को पीटने वाला पुलिस कर्मी ही क्यों न हो, लेकिन उसने थाने में ड्यूटी के दौरान महिला सिपाही को पीट कर पुलिस की सुरक्षा पर ही सवालिया निशान लगा दिया है।।
बरेली से कपिल यादव