बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे पर फतेहगंज पश्चिमी के पास स्थित टोल प्लाजा पर फास्टैग स्कैनिंग में दिक्कत होने के कारण गुरुवार को दोपहर में वाहनों का जाम 500 मीटर से भी लंबा हो गया था। जाम की स्थिति इसलिए बन रही थी क्योंकि टोल पर आने वाले कई वाहनों की मैनुअली फास्टैग रीडिंग की जा रही थी। बाद में हैंडल स्कैनर लगाकर वाहनों को आगे निकाला जा रहा है। इस कारण वाहनों को करीब बीस मिनट तक रुकना पड़ रहा। टोल प्लाजा पर वाहनों पर लगे फास्टैग को स्कैन करने के लिए तीन तरह से स्कैनिंग हो रही है। सड़क के दोनों ओर एक-एक लेन पर 15 मीटर दूरी पर ऑटोमेटिक आरएफआइडी (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटीफिकेशन) स्कैनर लगा है। यह दूर से ही वाहनों के फास्टैग को रीड कर बूम बैरियर को खोल देता है। तीन लेन में टोल प्लाजा पर बने केबिन के ऊपर ऑटोमेटिक आरएफआइडी स्कैनर लगा है। यहां वाहन के पहुंचने पर केबिन में बैठे कर्मचारी के कंप्यूटर पर पॉप अप मैसेज आता है। कर्मचारी के ओके बटन दबाते ही बूम बैरियर खुल जाता है। कुछ फास्टैग खुरचे होने या रिचार्ज न होने के कारण स्कैन नहीं हो पा रहा। निजात के लिए कर्मचारी हैंडल स्कैनर लगाते हैं। इस कारण पीछे लाइन में लगे वाहन चालकों को भी इंतजार करना होता है। बड़े वाहनों में लगे फास्टैग स्टीकर को स्कैन करने में काफी समय लग रहा था। दरअसल, ऊंचे ट्रकों, ट्राला व अन्य भारी वाहनों में लगे फास्टैग स्टीकर को स्कैन नही हो पा रहा है। इसमें काफी समय लग रहा था और तब तक पीछे से आने वाले वाहनों की कतार लंबी हो जाती रही।।
बरेली से कपिल यादव