आजमगढ़- प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन/नोडल अधिकारी नितिन रमेश गोकर्ण द्वारा मण्डलीय जिला अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान इमरजेन्सी वार्ड में भर्ती मरीजों को देखा गया। इसी के साथ प्रमुख सचिव द्वारा आयुष्मान भारत के अन्तर्गत कार्य प्रणाली की जांच की गयी तथा आयुष्मान भारत के अन्तर्गत अब तक 32,400 क्लेम किया जा चुका है। उन्होने बताया कि आयुष्मान भारत के अन्तर्गत प्रति परिवार प्रति प्रति वर्ष 5 लाख रू0 तक का निःशुल्क ईलाज करा सकता है। इसके साथ ही साथ बाल पुनर्वास केन्द्र के वार्ड का भी निरीक्षण प्रमुख सचिव द्वारा किया गया, जिसमें रूपा नामक लड़की भर्ती है, जो अति कुपोषण से ग्रसित है, जिसकी आयु 06 माह है, उसकी माता का देहान्त हो चुका है, उस बच्ची का बाल पुनर्वास केन्द्र में सुचारू रूप से ईलाज किया जा रहा है। प्रमुख सचिव ने सीएमओ को निर्देशित करते हुए कहा कि बाल पोषण पुनर्वास केन्द्र में बच्चों को रेफरल केस नही हो रहा है, इसके लिए प्रत्येक सीएचसी व पीएचसी के डाक्टरों को निर्देशित करें कि जो बच्चे अति कुपोषित पाये जाते हैं, उनको बाल पुनर्वास केन्द्र को रेफर करना सुनिश्चित करें। इसी के साथ उन्होने सीएमओ को यह भी निर्देश दिये कि मेडिकल वेस्ट का प्रापर डिस्पोज कराना सुनिश्चित करें तथा इसी के साथ ही महिला मेडिकल वार्ड में भर्ती मरीजों को देखा तथा आइसोलेशन वार्ड, स्वाइन फ्लू वार्ड का भी निरीक्षण किया गया। प्रमुख सचिव द्वारा तहसील लालगंज के ग्राम चीरकीहिट में चौपाल लगाकर सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा किया गया। इस अवसर पर निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी, मुख्य विकास अधिकारी कमलेश कुमार सिंह, सीएमओ रविन्द्र कुमार, सीएमएस, उप जिलाधिकारी सदर अरूण कुमार सिंह, जिला सूचना अधिकारी डाॅ0 जितेन्द्र प्रताप सिंह सहित मण्डलीय जिला चिकित्सालय के संबंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़