बरेली। आंवला से तीन बार के सांसद रहे दिवंगत राजवीर सिंह को राजकीय सम्मान न दिए जाने की शिकायत करने पर प्रशासन नाराज है। प्रशासन की नाराजगी बुधवार को उस वक्त सामने आई जब राजवीर सिंह के परिवार के एक सदस्य तहसील सदर पहुंचे व तहसीलदार से मिलकर अपनी बात रखी। तब तहसीलदार सदर ने पत्र देखकर यह टिप्पणी की अच्छा तो आप राजवीर सिंह के परिवार से है। राजवीर सिंह की राजकीय सम्मान से अंत्येष्टि न किए जाने पर उनके बेटे के द्वारा शासन मे शिकायत की गई। यदि उस शिकायत से हमको असुविधा हुई तो आप लोगों को भी असुविधा होगी। तहसीलदार के इन शब्दों को धमकी के तौर पर देखा जा रहा है। अधिकारी पर धमकाने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में गुरुवार को राजवीर सिंह के बेटे धीरेंद्र सिंह उर्फ धीरू ने पटेल चौक के पास स्थित एक होटल में प्रेस वार्ता की और स्पष्ट शब्दों में कहा कि मेरे पिता को राजकीय सम्मान नही दिया गया। इसमें मुझे प्रशासन से कोई शिकायत नहीं है और न ही मेरे द्वारा शासन प्रशासन में कोई शिकायत की गई। मेरे पिताजी का व्यक्तित्व इतना बड़ा था उनकी अंत्येष्टि में शामिल हुए तमाम पार्टियों के लोगों ने इस बात पर खेद जताया कि राजवीर सिंह पूर्व सांसद होने के साथ लोकतंत्र सेनानी भी रहे। ऐसे में उनकी राजकीय सम्मान से अंत्येष्टि न होना प्रशासन की घोर लापरवाही है। इसमें कार्रवाई होनी चाहिए। इस मामले मे लोकतंत्र सेनानियों के संगठन की ओर से प्रशासन के अधिकारियों को शिकायत की गई थी लेकिन जिस तरीके से प्रशासन का रवैया दिख रहा है। उससे यह लग रहा है कि किसी के दबाव में आकर प्रशासन ने मेरे पिताजी को राजकीय सम्मान नहीं दिया। अब तो मेरी भी यह जानने की इच्छा है कि आखिर प्रशासन ने लोकतंत्र सेनानी होने पर भी राजकीय सम्मान क्यों नहीं दिया। आखिर इसके पीछे क्या वजह रही। प्रशासन को उसका जवाब देना ही होगा। सपा नेता धीरेंद्र सिंह धीरू ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।।
बरेली से कपिल यादव