*आक्रोशित ग्रामीणों ने स्टेशन रोड और मेन रोड महनार सहित कई जगहों पर किया जाम
बिहार / वैशाली- जिले के महनार स्टेशन रोड में चुरा मिल के पास बाईक सवार शिक्षक को पुलिस भान ने बेदर्दी से कुचल कर मौत की नींद सुला दिया. मृतक शिक्षक सहदेई ओपी अंतर्गत मुरौवतपुर गांव निवासी शम्भू सिंह का पुत्र आकाश सिंह राठौर उर्फ संजय सिंह राठौर बताया गया है. बताया जाता है कि संजय शिक्षक ट्रेनिंग का एडमिट कार्ड पटोरी कॉलेज से लेकर आ रहे थे इसी दौरान स्टेशन रोड में चुरामिल के पास स्टेशन की ओर से आ रही जिला पुलिस भान ने कुचल दिया जिससे संजय की मृत्यु मौके स्थल पर ही हो गई. संजय प्राथमिक विद्यालय फटिकवारा बेनी टोला में शिक्षक पद पर कार्यरत था. संजय की मौत की खबर आग की तरह फैल गई और देखते-देखते ही ग्रामीण आक्रोशित हो उठे.
थाना को घेर कर लोगों ने किया पथराव
आक्रोशित लोगों ने महनार थाना को घेरकर हंगामा करते हुए पथराव करने लगे. लोगों को स्थानीय गण्यमान्य लोग और डीएसपी रजनीश कुमार, थानाध्यक्ष उदयशंकर द्वारा काफी समझाया गया किन्तु लोगों का गुस्सा बढ़ता गया , थाने को कई तरफ से लोगों द्वारा घेर कर पुलिस पर पथराव किया जाने लगा.थाने पर खड़ी जेसीबी आदि को क्षतिग्रस्त किया जाने लगा तब पुलिस ने जमा भीड़ को खदेड़ कर भगाना पड़ा. इस दौरान पुलिस को हवाई फायर भी करना पड़ा तब जाकर आक्रोशित भीड़ पीछे हटी.
जगह-जगह सड़क जाम किया गया आंदोलन
संजय की मौत से महनार के स्टेशन रोड में जहाँ घटना घटी थी वहां पर टायर जलाकर तथा कूड़ा दान आदि बीच सड़क पर डालकर जाम किया गया. इसके बाद सजंय के शव को
सीएचसी महनार के सामने सड़क पर रखकर हंगामा करने लगे जिसे देखकर काफी समय तक बाजार में अफरातफरी का माहौल व्याप्त रहा. तो वही गंगा रोड में जहां पर उक्त पुलिस भान खड़ी कर ड्राइवर भागा था वहाँ पर भी लोगों की काफी भीड़ थी और भीड़ द्वारा पुलिस भान पर जमकर पथराव किया गया, जिसे थानाध्यक्ष उदयशंकर ने पुलिसबल के साथ खदेड़ कर भगाया और पुलिस की सुरक्षा के बीच उक्त पुलिस भान को थाने पर लाया गया. थाना मोड़ के पास भी सड़क पर अवरोधक रखकर जाम कर काफी देर तक हंगामा का दौर जारी रहा ।
– मृतक के परिजन रो-रो कर हुआ बुरा ।हाल
मृतक संजय के पिता शम्भू सिंह घटना के समय किसी काम से बाहर थे और छोटा भाई जो आर्मी में कार्यरत है वे भी बाहर थे. तो संजय के शव के ऊपर पत्नी, तीनों पुत्र, बहन , चाचा- चाची आदि परिजन की हालत रो-रो कर बुरा हाल हो रहा था.और गांव वाले आंदोलन करने पर उतारू थे. समाचार प्रेषण तक शव हॉस्पिटल के सामने सड़क पर पड़ा था परिजन की चीत्कार से माहौल गमगीन था।
नसीम रब्बानी ,पटना – बिहार बिहार: (हजीपुर)