*मामला एल एंड टी फाइनेंशियल कम्पनी के लूट का है।
समस्तीपुर/बिहार- एलएंडटी फाइनेंसियल कंपनी से 42 लाख रुपये लूट के उद्भेदन के लिए गठित की गयी एसआईटी के दो सब-इंस्पेक्टर का तबादला हो गया है। इससे टीम के सदस्यों को अनुसंधान में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
विदित हो कि मामले के उद्भेदन के लिए तत्कालीन प्रभारी एसपी सुजीत कुमार के निर्देश पर एसडीपीओ अजित कुमार के नेतृत्व में विशेष अनुसंधान टीम का गठन किया गया था। जिनमें रोसड़ा इंस्पेक्टर समेत चार सब इंस्पेक्टर को शामिल किया था।
घटना के बाद एक्टिव मोड में आयी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सीमावर्ती बेगूसराय जिले के सागी से अपराधियों द्वारा लूटी गयी एक कर्मी कर मोबाइल भी बरामद की थी। इसके तुरंत बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर तीन युवकों को भी उठाया था।
हालांकि, पूछताछ के बाद उसे मुक्त कर दिया गया। घटना के अगले दिन ही बेगूसराय जिले के गढ़पुरा से संदिग्धों को हिरासत में लिया। पुलिस ने उसकी हिस्ट्री भी खंगाली पर कोई अहम सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग सका।
गठित एसआइटी टीम अनुसंधान के क्रम में मिले क्लू पर अपना हाथ-पैर मार रही थी कि इसी बीच इसमें शामिल दो अफसरों को तबादले के कारण बीच में ही टास्क को छोड़ जाना पड़ा।
हालांकि, इन अफसरों का तबादला पूर्व में ही हो चुका था। एसआइटी टीम में तत्कालीन हसनपुर थानाध्यक्ष महादेव कामत, शिवाजीनगर थानाध्यक्ष प्रेम कुमार भारती, विभूतिपुर थानाध्यक्ष अमित कुमार एवं सिंघिया थानाध्यक्ष पंकज कुमार को शामिल किया गया था। इनमें सब इंस्पेक्टर महादेव कामत एवं प्रेम कुमार भारती को तबादले के कारण जिला से विरमित होना पड़ा।
सूत्रों की मानें तो इन अफसरों के तबादले से एसआइटी को अनुंसधान में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि सब इंस्पेक्टर महादेव कामत का हसनपुर थाना क्षेत्र के दुधपुरा में हुए एटीएम लूट व रोसड़ा में स्वर्णकार कारीगर संघ के सचिव के घर हुयी डकैती मामले के उद्भेदन में काफी योगदान रहा था।
वहीं प्रेम कुमार भारती भी पूर्व कई मामलों के उद्भेदन को बनी एसआइटी टीम का हिस्सा रह चुके थे। टीम में शामिल सिंघिया थानाध्यक्ष पंकज कुमार एवं विभूतिपुर थानाध्यक्ष अमित कुमार अभी इस क्षेत्र के लिए नये हैं। हालांकि पुलिस आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। रोसड़ा इंस्पेक्टर अपनी टीम के साथ दो दिनों से पड़ोसी जिलों की खाक छानने में जुटे हैं।
– आशुतोष कुमार सिंह, ब्यूरो चीफ, समस्तीपुर