फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। पंचायत चुनाव को लेकर भावी प्रत्याशी अपनी- अपनी रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं। राजनीतिक पार्टियां भी क्षेत्रों में बैठक कर नीतियों को जनता के बीच ले जाने के लिए कार्यकर्ताओं को निर्देश दे रही है। गांव की सरकार बनाने के लिए भावी उम्मीदवार सियासी बिसात पर अपने मोहरे बैठा रहे है। दावेदार सरकार की योजनाओं और आयुष्मान कार्ड बनवाने और उससे इलाज करवाने के नाम पर भी वोटरों को लुभा रहे है। गांव में गरीब लोगों को सरकार की योजनाओं को दिलवाने के लिए दावेदार घर घर पहुंच रहे है। बता दे कि गांव और देहात क्षेत्र में जानकारी के अभाव में ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं का फायदा नही मिल पाता है। त्रिस्तरीय चुनाव में दावेदारों ने इसी का फायदा उठाना शुरू कर दिया है। अपनी सियासत चमकाने के लिए दावेदार सरकार की योजनाओं को लेकर ग्रामीणों के घर घर पहुंच रहे है। सरकार की योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिए दावेदारों ने ग्रामीणों के प्रमाण पत्र भी एकत्र करना शुरू कर दिए है। दावेदार खासकर ऐसे ग्रामीणों को लुभाने में जुटे है जो गरीब होने के साथ-साथ बीमार भी है। उन्हें आयुष्मान कार्ड बनवाने और उससे फिर मुफ्त में इलाज करवाने का दावा किया जा रहा है। जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख के आरक्षण के बाद सियासत और भी तेज हो गई है। दावेदार हर तरीके का हथकंडा अपनाकर गांव में अपनी अपनी सरकार बनाने के लिए पूरी ताकत से लगे हुए है। इसके साथ ही अपने वोटरों को पक्का करने के लिए दावेदार एक दूसरे की टांग खींचने से भी बाज नहीं आ रहे है। एक दूसरे की चुगली और बुराई करने को लेकर कई बार दावेदार आपस में भिड़ जाते हैं। जिसको लेकर पुलिस भी पूरी तरह से अलर्ट है और पूरी सतर्कता बरत रही है। पुलिस छोटी से छोटी घटना को गंभीरता से ले रही है। इसके साथ ही पुलिस दावेदारों पर भी पूरी तरह से नजर रखे हुए है। समय-समय पर पुलिस दावेदारों से मिलकर उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव लडने के बारे में भी दिशा निर्देश दे रही है। इसके साथ ही पुलिस दावेदारों के परिजन और रिश्तेदारों को भी चुनाव शांतिपूर्ण लड़ाने को कह रही है। क्योंकि कई बार दावेदारों के परिजन विपक्षी दावेदारों से विवाद का शांति भंग कर देते है।।
बरेली से कपिल यादव