तेन्दूखेड़ा/मध्यप्रदेश- शनिवार को नगर के मॉडल स्कूल में बालसाभ का आयोजन किया गया जिसमें स्कूल की छात्राओं ने पर्यावरण को साफ व स्वच्छ बनाए रखने तथा धर्म के प्रति अपनी सच्ची आस्था दिखाने के लिए आने वाले गणेश उत्सव के दौरान स्थापित होने वाली मूर्तियों के बार में छात्र छात्राओं को बताया गया कि गणेश प्रतिमाओं में प्लास्टर ऑफ पेरिस का इस्तेमाल न करें तथा उनकी सजावट के लिए केमिकल युक्त रंगों को न लगाएं ताकि नदियों तालाबों में विसर्जन के दौरान इन मूर्तियों का दुस्प्रभाव न देखने मिले उन्होंने संपूर्ण रुप से मिट्टी और प्राकृतिक तरीक़े से सजावट की बात कहते हुए पर्यावरण के संरक्षण के लिए गंभीर रूप से नुकसान के बारे में बताया शुद्ध देशी मिट्टी की प्रतिमाएं ही स्थापित करने का है।
बालसाभ में प्राचार्य ने स्टूडेंट्स को समझाया:-
विधान उन्हें समझाया गया कि न केवल विज्ञान और पर्यावरणविदों के अनुसार बल्कि धर्म शास्त्रों के मुताबिक भी केवल शुद्ध देशी मिट्टी पत्थर या धातु की प्रतिमाएं ही स्थापित करने के विधान है जिनका पालन करना उपासना पद्धति में अनिवार्य है शिक्षक स्वदेश नेमा ने भी बच्चों को समझाते हुए बताया कि प्लास्टिक पॉलीथिन फाइबर के समान मानवीय जीवन स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए काफी घातक है
बालसाभ के दौरान प्राचार्य केएल चौकसे प्राध्यापक स्वदेश नेमा अजय जैन शालिनी नामदेव हरिराम चक्रवर्ती सुखराम अहिरवार सुदीप जैन एवं सभी स्कूल के बच्चे मौजूद रहे।
– विशाल रजक मध्यप्रदेश