बरेली। पुलिस में नौकरी लगवाने के नाम पर थाना कैंट की युवती से तीन लाख रुपये की ठगी कर ली गई। जिसके साथ ही फर्जी अधिकारी से मिलवाते हुये जिस्म फरोशी के धंधे में धकेलने की कोशिश भी की गई है। युवती को धोखाधड़ी का एहसास हुआ तो अधिकारियों से शिकायत की। एसएसपी के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। आपको बता दें कि थाना कैंट क्षेत्र की रहने वाली पीड़िता ने बताया कि उसके माता पिता की मृत्यु हो चुकी है। उनकी मुलाकात शाहजहांपुर में बेटू त्रिपाठी से हुई। जिसने बताया कि वह पुलिस में नौकरी करती है और बड़े अधिकारियों से जान पहचान है। उसने पांच लाख रुपये में नौकरी लगवाने की बात कही। उसने अपनी सीनियर वंदना नाम की महिला से मिलवाया। तय हुआ कि वह तीन लाख रुपया में पहले देगी और दो लाख रुपये कॉल लेटर आने के बाद देंगी। पीड़िता ने आरोपी बेटू त्रिपाठी के कहने पर उसके खाते में तीन बार में 2.90 लाख रुपये डाल दिये जबकि दस हजार रुपये नकद दिये। इसके बाद उन्हें आरोपी बेटू त्रिपाठी व उसकी सहेली आशा व बन्दना ने बताया कि मोहम्मद जफर और हरिनाम त्रिपाठी दोनों ही पुलिस के बड़े अधिकारी है। जिनके द्वारा ही नियुक्ति होनी है। 10 अक्टूबर 2019 को बेटू त्रिपाठी ने पीड़िता को अपने कमरे में बुलाया। जहां बेटू ने हरिनाम त्रिपाठी से मुलाकात कराई। आरोप है कि हरिनाम ने उसके साथ छेड़खानी की। विरोध पर बेटू ने कहा कि अधिकारी है। खुश कर दोगी तो काम जल्दी हो जायेगा। पीड़िता किसी तरह वहां से बचकर भाग आई। दो महीने बाद फोन किया तो सभी आरोपियों के नंबर स्विच ऑफ थे। वह शाहजहांपुर पुलिस लाइन गई तो आस पास के लोगों ने बताया कि बेटू त्रिपाठी वहां किराये के मकान में थी। पीड़िता ने बेटू त्रिपाठी, आशा व वन्दना पर मोहम्मद जफर व हरिनाम त्रिपाठी के साथ मिलकर धोखाधड़ी का आरोप लगाया। इस मामले की शिकायत उन्होंने कई बार आलाधिकारियों से की और कोई कार्रवाई नहीं हुई। एसएसपी के आदेश पांचो आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।।
बरेली से कपिल यादव