निर्धारित स्थानों पर न रोक कर अवैध ढाबों रोकी जाती है रोडवेज बसे, यात्रियों से होती है उगाही

बरेली। बरेली से दिल्ली जाने बाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर उप्र राज्य परिवहन निगम की बसों को अधिकृत ढाबो पर रोकने का प्रावधान है। रोडवेज बस के परिचालक व चालक अपने निजी लाभ के लिए हाइवे पर मौजूद ढाबों पर मनमाने तरीके से बस रोक देते है। ढाबों पर यात्रियों को खाद्य सामग्री महंगे दामों पर खरीदना पड़ता है। कुछ ढाबों पर डीजल चोरी का खेल भी आंखों से काजल चुराने की तरह हो रहा है। यात्रियों से इस अवैध उगाही को लेकर जिम्मेदार भी मौन हैं। बरेली से दिल्ली के बीच कई ढाबे संचालित हैं। इनमें से रोडवेज बसों के लिए अधिकृत भी किए गए है। परिवहन निगम की इस रूट पर चलने वाली बसों के परिचालक व चालक मनपसंद इन ढाबों पर नियमों को हाशिए पर डालते हुए रोक देते हैं। अमूमन यह देखने को मिलता है कि चालक व परिचालक को नि:शुल्क भोजन मिलता है और इसके अलावा इन्हें ढाबा संचालकों की ओर से फीलगुड भी कराया जाता है। खामियाजा यात्रियों को उठाना पड़ता है। ढाबों पर मिलने वाला खाद्य सामग्री छपे दामों से अधिक मूल्य पर बेचा जाता है। होटल पर बनने वाला समान भी बाजार से दुगुने मूल्य पर बेच रहे हैं। सवारियों द्वारा खाने व खरीदारी करने बाद पैसा अधिक होने का विरोध करने पर ढाबे पर मौजूद लोग झगड़ा करने को उतारू हो जाते है। ऐसा ही एक मामला गढ़मुक्तेश्वर से निकलने के बाद नेशनल हाईवे पर श्री बालाजी टूरिस्ट ढाबा सोनीपत वालों के यहां चालक परिचालक ने बस रोक दी। बरेली से एक यात्री अशोक सिंह फतेहगंज पश्चिमी से दिल्ली के लिए बस पर बैठा। हापुड़ डिपो की रोडवेज बस संख्या यूपी 11 बीटी 1468 के ड्राइवर ने श्री बालाजी टूरिस्ट ढाबे पर बस को रोक दिया। यात्रियों ने आरोप लगाया है कि यहां यात्रियों को खाने का मेनू कार्ड सस्ता दिखाकर बैठाया और खाना खाने के बाद मैन्यू कार्ड को बदल दिया गया। यात्रियों ने विरोध किया तो ढाबे वाले मारपीट करने पर उतारू हो गए। ड्राइवर और कंडक्टर से कहा गया तो उन्होंने भी अपने हाथ खड़े कर लिए। यात्री अशोक सिंह ने परिवहन विभाग की वेबसाइट पर चालक परिचालक की शिकायत दर्ज कराई है।।

बरेली से कपिल यादव

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