बिहार /मझौलिया- मझौलिया के बी. आर .सी प्रांगण में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी उमेश कुमार के अध्यक्षता में एक बैठक की गई जिसमें निरक्षर को साक्षर बनाने के लिए पढ़ना-लिखना अभियान के तहत बुनियादी साक्षरता को सुदृढ़ करने के लिये प्रौढ़ शिक्षा पर बल दिया गया।भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत पढ़ना, लिखना अभियान पर चर्चा की गई ।
बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत 14 वर्ष से अधिक वर्ष की आयु वाले निरक्षर को साक्षर करने के लिए पढ़ना लिखना अभियान चलाया जा रहा है।जिसमे वर्ष 2025 तक सभी असाक्षर वयस्कों को बुनियादी साक्षरता प्रदान करना है।
साथ ही बुनियादी साक्षरता का विश्लेषण करते हुए कहा कि असाक्षरों को समाचार पत्र का शीर्षक पढ़ लेना, यातायात के चिन्ह को समझ के लेना, आवेदन पत्र भरने में कुशलता प्रदान करना,चिठ्ठी पढ़ लिख लेना आदि की जानकारी होना है।दो अंको का जोड़ घटाव भी शामिल है। इस मौके पे के .आर. पी उपेंद्र कुमार शुक्ल, बी.आर. पी अनिल सिंह, एच .एम रमाशंकर प्रसाद, सी. आर. सी .एस उमेश पाल, जितेंद्र नाथ तिवारी, राजेन्द्र प्रसाद, विनय कुमार, राजेश कुमार, शहाबुद्दीन,लक्ष्मण कुमार आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।
– मझौलिया से राजू शर्मा की रिपोर्ट