नव दुर्गा : लोग घरों से ही करें पूजा अर्चना

बरेली। चैत्र नवरात्र 25 मार्च से शुरू हो रहे हैं, लेकिन कोराना वायरस के संक्रमण से बचने को प्रशासन ने मंदिरों को 25 मार्च तक बंद रखने के लिए आदेश दिए हुए हैं। यह आदेश मंदिरों में भीड़ से होने वाले संक्रमण को रोकने के वास्ते हैं, ऐसे में संभव है कि इस बार श्रद्धालुओं को माता के दर्शन न भी हो सकें। हालांकि कुछ मंदिरों में नजदीक के बजाय मुख्य द्वार से माता के दर्शन संभव होंगे। उधर, देवी मंदिरों के प्रशासकों का कहना है कि प्रशासन का जैसा भी निर्णय होगा उसी के अनुरूप कार्य किया जाएगा। मंदिर में भीड़ कतई नहीं जुटने दी जाएगी। वहीं बाजार बंद होने से श्रद्धालु पूजा के लिए आवश्यक सामान भी नहीं जुटा पाए हैं। नवरात्र में सबसे अधिक भीड़ साहूकारा के नौ देवी मंदिर में होती है। मंदिर में एक दिन पहले ही प्रसाद, फूल आदि की दुकानें भी सज जाती हैं, लेकिन मंदिर के पुजारी बिना प्रशासन के आदेश मंदिर खोलने पर राजी नहीं। मंदिर के पुजारी योगी किशोर नाथ ने बताया कि मंदिर अगर खुलता भी है तो श्रद्धालुओं से सूखा प्रसाद ही लिया जाएगा। दान करने वाले श्रद्धालु भी सीधे दानपात्र में ही रुपये डालेंगे। कुछ भी हाथ से नहीं छुआ जाएगा। सभी भक्तों को मंदिर में सैनिटाइजर से हाथ धुलाकर ही प्रवेश दिया जाएगा।कालीबाड़ी स्थित मां काली देवी मंदिर प्रबंध कमेटी के मंत्री रूप किशोर ने बताया कि अब तो पुलिस सड़कों पर निकलने नहीं दे रही है, ऐसे में कौन मंदिर आएगा। रोजाना की तरह मां काली की आरती होगी, जिसके बाद देवी को भोग लगाया जाएगा। मंगलवार को कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक होगी, जिसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।
बदायूं रोड स्थित चौरासी घंटा मंदिर के रविंद्र मोहन गर्ग ने बताया कि मंगलवार को मैया को नहलाकर वस्त्र बदले जाएंगे, फिर उनका शृंगार किया जाएगा। मंदिर बाहर से बंद रहेगा, जो निर्णय प्रशासन लेगा उसके अनुरूप ही कार्य किया जाएगा। नरियावल स्थित मां शीलता देवी मंदिर के महंत शर्मा के अनुसार, प्रशासन के आदेश का इंतजार है।।

– बरेली से कपिल यादव

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